HOME

JABALPUR पालीसेट पीओए इंडस्ट्रीज में बनाए जा रहे थे नकली पाइप

ABALPUR चरगवां के उमरिया डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र में पालीसेट पीओए इंडस्ट्रीज में पुलिस ने दबिश दी। फैक्ट्री में नामी कंपनियों के नाम का इस्तेमाल कर नकली पाइप बनाए जा रहे थे।

JABALPUR चरगवां के उमरिया डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र में पालीसेट पीओए इंडस्ट्रीज में पुलिस ने दबिश दी। फैक्ट्री में नामी कंपनियों के नाम का इस्तेमाल कर नकली पाइप बनाए जा रहे थे। कृषि कार्य में उपयोगी पाइपों की बिक्री कई नामी कंपनियों के नाम पर की जा रही थी। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा को शिकायत मिली थी कि पालीसेट पीओए इंडस्ट्रीज में नामी कंपनियों के नाम और सील का इस्तेमाल कर नकली पाइप बनाए जा रहे हैं। जिसके बाद उन्होंने पुलिस टीम का गठन कर कार्रवाई के निर्देश दिए। बरगी सीएसपी आइपीएस प्रियंका शुक्ला, चरगवां थाना प्रभारी विनोद पाठक पुलिस बल सहित उमरिया डूंगरिया पहुंचे। फैक्ट्री में पुलिस की दबिश के दौरान हड़कंप की स्थिति निर्मित हो गई।

आनंद जैन 48 वर्ष निवासी ई-8 अरेरा कालोनी भोपाल जो (जैन एरीगेशन सिस्टम लिमिटेड कंपनी में मध्य प्रदेश क्षेत्र के मार्केटिंग का कार्य देखते हैं) ने पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा से मामले की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि उमरिया डुंगरिया औद्योगिक क्षेत्र में पालीसेट पाइप इंडस्ट्रीज द्वारा उनकी कंपनी के पीबीसी पाइप के मार्का लगाने के साथ-साथ सुपर जैन एवं अन्य ब्रांड के पीबीसी पाइपों का निर्माण कर बेचने का कार्य किया जा रहा है। जिससे कंपनी को भारी नुकसान हो रहा है।

जांच पर पाया गया कि पालीसेट पाइप इंडस्ट्रीज जो हाईकर के मार्का की कंपनी है। फैक्ट्री मालिक माया गुप्ता उनके पति गुलाबचंद गुप्ता निवासी हाथीताल, संदीप एवं भतीजा दीपक गुप्ता निवासी हाथीताल कालोनी संयुक्त रूप से अवैध लाभ अर्जित करने हेतु धोखाधड़ी व कूटरचना कर जैन कंपनी के नाम पर मिलते-जुलते पाइप बनाकर उपभोक्ताओं के साथ धोखाधडी कर रहे हैं।

 मैनेजर दीपक एवं संदीप से पुलिस टीम ने बारीकी से पूछताछ की। उसने स्वीकार किया कि फैक्ट्री में हाईकर ट्रेड मार्क के पीबीसी पाइप बनाए जाते हैं। जो मार्का (ट्रेडमार्क) जैन, सुपर जैन, टाटा गोल्ड, सर्वोदय, इंटेक्स, टफगार्ड, बाहुबली, जिंदल गोल्ड के लगाए जाते हैं वो माया गुप्ता उनके पति गुलाबचंद गुप्ता निवासी हाथीताल के कहने पर पालीसेट पाइप इंडस्ट्रीज द्वारा निर्मित पाइपों पर लगाए जाते थे। जिनकी स्क्रीनिंग (सांचा) उनके पास है।

Show More

Related Articles

Back to top button