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7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों, पेंशनभोगियों के लिए अच्‍छी खबर, महंगाई भत्‍ते DA में इतने प्रतिशत इजाफा संभव

7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए खुशखबरी है। यह DA DA से संबंधित समाचार है और इसलिए केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए महत्वपूर्ण है। इस नए वर्ष 2021 में, उन्हें महंगाई भत्ता प्राप्त होने की उम्मीद है। जनवरी 2021 में महंगाई भत्ते में चार प्रतिशत की वृद्धि होने की उम्मीद है। इससे देश भर के लगभग 1.5 करोड़ केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों को लाभ होगा। विभिन्न राज्य सरकारी कर्मचारियों और पेंशनरों को भी यह लाभ मिलेगा। वर्तमान में जुलाई 2020 से सात प्रतिशत महंगाई भत्ता देय है, लेकिन अभी तक इसका भुगतान नहीं किया जा रहा है। हर महीने मुद्रास्फीति के औसत पर केंद्रीय श्रम मंत्रालय द्वारा एक सूचकांक जारी किया जाता है। उसी के आधार पर, केंद्रीय कर्मचारियों और पेंशनरों के लिए जनवरी और जुलाई के महीने में दो बार महंगाई भत्ता निर्धारित किया जाता है। यह भत्ता पिछले 12 महीनों के औद्योगिक श्रमिकों के लिए उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर तय किया गया है। इसके आधार पर, इसकी गणना पिछले 12 महीनों के औसत पर की जाती है। इस संबंध में जानकारी देते हुए, हरिशंकर तिवारी अध्यक्ष नागरिक बंधु और पूर्व राष्ट्रपति एजी ब्रदरहुड प्रयागराज का कहना है कि नवंबर 2020 उपभोक्ता मूल्य सूचकांक जारी किया गया है। यदि दिसंबर के महीने के लिए सूचकांक में कोई वृद्धि या कमी नहीं है, तो 12 महीने का औसत सूचकांक 335.25 होगा। इस आधार पर, 1 जनवरी 2021 से कुल 28 प्रतिशत महंगाई भत्ता दिया जाता है, जबकि इससे पहले, जुलाई 2020 से 24 प्रतिशत महंगाई भत्ता देय है। ऐसी स्थिति में, यह कहा जा सकता है कि अब 1 जनवरी, 2021 से शुद्ध महंगाई भत्ता चार प्रतिशत तय किया जाएगा।

पहले से ही 7 प्रतिशत महंगाई भत्ता तय

जुलाई से महंगाई भत्ते में 11 प्रतिशत भी जोड़ा जाएगा। हालांकि, 1 जनवरी 2020 से 30 जून 2021 तक का एरियर नहीं दिया जाएगा। हरिशंकर तिवारी ने कहा कि सात प्रतिशत महंगाई भत्ते का भुगतान पहले ही किया जा चुका है, जिसमें 1 जनवरी, 2020 से चार प्रतिशत और 1 जुलाई, 2020 से तीन प्रतिशत शामिल हैं। लेकिन, केंद्र सरकार ने अभी तक इसे नहीं दिया है। न ही जनवरी 2021 से संभावित चार प्रतिशत की वृद्धि होगी। सरकार के निर्णय के अनुसार, तीन किश्तों को जोड़ने, यानी कि जनवरी 2021 को सात प्रतिशत और चार प्रतिशत, 11 प्रतिशत मुद्रास्फीति जुलाई के बाद से मिलने की उम्मीद है।

जानिये क्‍या होता है CPI IW

कर्मचारियों का वेतन एवं डीए का आकलन इस सीपीआई-आईडब्ल्यू पर ही आधारित होता है। जब इसे आधार वर्ष में परिवर्तित किया जाता है तो सीधा महंगाई भत्‍ते पर प्रभाव पड़ता है। सीपीआई-आईडब्ल्यू के आधार वर्ष को बदलने से निजी क्षेत्र के कामगारों के न्यूनतम वेतन में भी इजाफा होगा। सरकार इस उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI-IW) के आधार वर्ष में परिवर्तन करती है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक एक महत्‍वपूर्ण मापदंड है। इसका इस्‍तेमाल सेवाओं एवं वस्‍तुओं की एवरेज वैल्‍यू यानी औसत मूल्‍य के माप के लिए किया जाता रहा है। वस्‍तुओं एवं सेवाओं (goods and services) के एक स्‍टैंडर्ड ग्रुप की औसत मूल्‍य की गणना करके इसका कैल्‍क्‍युलेशन किया जाता है। इसका इस्‍तेमाल अर्थव्‍यवस्‍था में खुदरा मुद्रास्‍फीति का आकलन करने एवं कर्मचारियों के DA महंगाई भत्‍ते की गणना के लिए भी होता है।

सरकार ने अक्‍टूबर में बदला था आधार वर्ष

केंद्रीय कर्मचारियों को भविष्‍य में अच्‍छा खास महंगाई भत्‍ता मिल सकता है। सरकार ने आधार वर्ष बदल दिया है। महंगाई भत्‍ते DA में इजाफा होना तय है। इस परिवर्तन से देश के 48 लाख केंद्रीय कर्मचारियों को सीधे तौर पर फायदा होगा। इस वर्ष के आरंभ में केंद्र सरकार ने डीए के भुगतान को हरी झंडी दे दी थी और प्रक्रिया भी शुरू होने वाली थी लेकिन मार्च में कोरोना महामारी के चलते लगाए गए देशव्‍यापी लॉकडाउन के दौरान डीए के भुगतान पर रोक लगा दी गई। यह रोक वर्ष 2021 तक के लिए लगाई गई है। वर्तमान में केंद्रीय कर्मचारियों को जो महंगाई भत्‍ते का भुगतान किया जा रहा है वह 17 प्रतिशत है। पिछले दिनों ही सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों के लिए दिवाली प्री-पेड उपहार घोषित किया था। इस शॉपिंग कार्ड का उपयोग कर्मचारी 31 मार्च, 2021 तक कर सकते हैं।

जानिए कैसे करें इसकी गणना

2016 के नए आधार वर्ष को सितंबर 2020 से औद्योगिक श्रमिकों के लिए लागू किया गया है। महंगाई भत्ते की गणना पुराने सूचकांक द्वारा 2.88 गुणा करके और पुराने सूचकांक में परिवर्तित करके की गई है। यह महंगाई भत्ता केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनरों और कर्मचारियों और यूपी सहित विभिन्न राज्यों के पेंशनरों को लाभ देता है। हरिशंकर बताते हैं कि आधार वर्ष 2001 के अनुसार, अगर दिसंबर 2020 के उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में आठ अंकों की कमी थी, तो महंगाई भत्ता पाँच प्रतिशत तक देय होगा यदि मुद्रास्फीति तीन प्रतिशत और सूचकांक में 24 अंकों की वृद्धि हुई थी । हालांकि, इस तरह की कमी या वृद्धि किसी एक महीने में संभव नहीं है। इसलिए, महंगाई भत्ता केवल चार प्रतिशत देय होगा। बताया कि दिसंबर 2020 का इंडेक्स एक महीने के बाद जारी किया जाएगा।

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