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आज भारत बंद है: किसानों का वादा- लोग दफ्तर जा सकें, इसलिए चक्काजाम सुबह 11 बजे से

नई दिल्ली। तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर किसान संगठनों ने मंगलवार को भारत बंद का ऐलान किया है। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि भारत बंद के तहत सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चक्काजाम किया जाएगा, ताकि कर्मचारी दफ्तर जा सकें और उन्हें परेशानी न हो। 11 बजे तक ज्यादातर लोग ऑफिस पहुंच जाते हैं और 3 बजे छुट्टी होना शुरू हो जाती है।

किसानों के इस भारत बंद को अब तक 8 राज्य सरकारों का समर्थन मिल गया है। इनमें दिल्ली, पंजाब, राजस्थान, झारखंड, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, केरल और महाराष्ट्र सरकार शामिल हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने किसानों की मांगों का समर्थन किया है, लेकिन भारत बंद को समर्थन नहीं दिया है।

इस बीच, किसान संगठनों ने भी साफ कर दिया है कि भारत बंद के दौरान किसानों के मंच पर किसी भी राजनीतिक दल के नेता को जगह नहीं दी जाएगी।

किसान संगठनों ने कहा- लोग परेशान नहीं होंगे

  • कर्मचारी रोज की तरह अपने ऑफिस जा सकेंगे। रास्ते में उन्हें परेशान नहीं किया जाएगा।
  • एंबुलेंस और विवाह समारोहों में किसी तरह की रुकावट नहीं डाली जाएगी।
  • भारत बंद के दौरान किसी तरह का उपद्रव नहीं होगा। शांतिपूर्ण प्रदर्शन किए जाएंगे।

राजस्थान: इमरजेंसी सेवाएं जारी रहेंगी, अनाज मंडियां बंद रहेंगी
भारत बंद का राजस्थान में विभिन्न किसान संगठनों और मंडी कारोबारियों ने समर्थन किया है। यहां पेट्रोल पंप, अस्पताल, मेडिकल शॉप्स सहित अन्य आवश्यक सेवाओं को छोड़कर बाकी सबकुछ बंद रहेगा। जयपुर में प्रदेश की सबसे बड़ी फल-सब्जी मंडी मुहाना टर्मिनल भी कल बंद रहेगी।

वहीं, राजस्थान खाद्य पदार्थ व्यापार संघ ने भी बंद का समर्थन करते हुए प्रदेश की सभी 247 अनाज मंडियों को बंद रखने का आह्वान किया है। उधर, राजस्थान में एनडीए के सहयोगी दल रालोपा (राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी) से नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने किसान आंदोलन के समर्थन में दिल्ली कूच की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि 12 दिसंबर को हम सब कोटपूतली में मिलेंगे। देश के अन्नदाता के समर्थन में दिल्ली कूच करेंगे।

मध्यप्रदेश: कांग्रेस ने बंद को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए
मध्यप्रदेश में भारत बंद को कांग्रेस ने समर्थन दिया है। प्रदेश कांग्रेस ने बाकायदा पत्र जारी करते हुए सभी जिला कमेटियों को इसे प्रभावी बनाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, राज्य सरकार की मंशा है कि भारत बंद के दिन भोपाल समेत प्रदेश की सभी 255 मंडियां संचालित हो।

पंजाब: पेट्रोल पंप भी सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेंगे
पंजाब में पेट्रोल पंप सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक बंद रहेंगे। पंजाब पेट्रोल पंप डीलर एसोसिएशन के प्रधान परमजीत सिंह इसकी घोषणा कर चुके हैं। हालांकि, इमरजेंसी सेवाओं व उनसे जुड़ी गाड़ियों को पंप से ईंधन मिलेगा। पंजाब में 3470 पेट्रोल पंप हैं, इनमें 4 लाख लीटर से ज्यादा ईंधन की बिक्री हर दिन होती है। छोटे दुकानदार भी बंद के समर्थन में आ गए हैं।

झारखंड: बंद को देखते हुए परीक्षाएं टाली गईं
भाजपा को छोड़कर लगभग सभी राजनीतिक दलों ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। राज्य के CM हेमंत सोरेन ने सोशल मीडिया में लिखा है कि देश की आन-बान-शान हैं हमारे मेहनती किसान। केंद्र सरकार की देश के मालिक को मजदूर बनाने की साजिश है।

वहीं, सीटू के महासचिव प्रकाश विप्लव ने बताया कि भारत बंद के दौरान इमरजेंसी को छोड़कर सभी सेवाएं बंद रहेंगी। ट्रेनों को भी रोका जाएगा। बस और ट्रक एसोसिएशन ने एक दिन के बंद का आह्वान किया है। भारत बंद के आह्वान को देखते हुए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी यूनिवर्सिटी (DSPMU)ने अपनी परीक्षा स्थगित कर दी हैं। आठ दिसंबर को यहां दो सिटिंग में स्नातक और स्नातकोत्तर की परीक्षा होनी थी।

महाराष्ट्र: संवेदनशील मार्गों पर बसें नहीं चलेंगी
किसानों के देशव्यापी बंद का महाविकास अघाड़ी (MVA) में शामिल तीनों दल यानी शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी ने समर्थन किया है। समाजसेवी अन्ना हजारे मंगलवार को किसानों के समर्थन में अपने गांव रालेगण सिद्धि में एक दिन का अनशन करेंगे। बंद को देखते हुए संवेदनशील मार्गों पर स्टेट ट्रांसपोर्ट (एसटी) की बसों को नहीं चलाने का फैसला लिया गया है।

बंद के दौरान राज्य में मेडिकल स्टोर और किराना की दुकानें खुले रहेंगी। दूध उत्पादक संघ ने पूरे राज्य में मिल्क की सप्लाई रोकने का निर्णय लिया है। इसके अलावा फल और सब्जी की सप्लाई भी नहीं होगी। राज्य में सभी रेस्तरां सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक बंद रहेंगे। राज्य के नासिक, पुणे, अहमदनगर और कोल्हापुर में बाजार समितियां भी कल बंद रहेंगी।

हरियाणा: राज्य के 3400 पेट्रोल पंप दोपहर बाद 3 बजे तक बंद रहेंगे
हरियाणा पेट्रोलियम डीलर वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान संजीव चौधरी ने कहा कि किसानों के समर्थन में प्रदेश के 3400 से ज्यादा पेट्रोल पंप सुबह 8 से दोपहर 3 बजे तक बंद रहेंगे। सब्जी मंडियों में भी बंद का ऐलान किया गया है। रोडवेज निगम के अधिकारियों ने यात्री मिलने पर बसों के संचालन का दावा किया है। मेडिकल स्टोर खुले रहेंगे। बाजारों के खुलने या बंद रहने पर देर शाम तक व्यापारी एकमत नहीं हो सके।

उत्तर प्रदेश: व्यापारी संगठनों ने बंद के समर्थन का ऐलान नहीं किया
भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में किसान संगठनों के भारत बंद का आंशिक असर देखने को मिल सकता है। राजधानी लखनऊ में किसान संगठन के पदाधिकारी जगह-जगह प्रदर्शन करेंगे। सपा ने भी किसानों का समर्थन देने का ऐलान किया है। हालांकि, राज्य में किसी भी व्यापारी संगठन ने भारत बंद के समर्थन करने का ऐलान नहीं किया है। शहर में सभी मार्केट खुलेंगे, ट्रांसपोर्ट के सभी संसाधन खुले रहेंगे।

छत्तीसगढ़: रायपुर में विधायक करेंगे बंद की अगुवाई

छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी ने किसानों के बंद को समर्थन दिया है। मंगलवार को रायपुर समेत छत्तीसगढ़ के लगभग सभी जिलों पर बंद का असर देखने को मिलेगा। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बंद की अगुवाई करने का जिम्मा कांग्रेस ने विधायक विकास उपाध्याय पर सौंपा है। सोमवार को एक बैठक में सभी व्यापारियों से विधायक ने बंद का समर्थन करने की अपील की है। लगातार व्यापारियों से मुलाकातें भी की जा रही हैं।

इन राज्य की सरकारों ने भारत बंद का समर्थन नहीं किया

  • उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत बंद के दौरान अगर कोई जबरदस्ती बाजारों और अन्य सेवाओं को रोकने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
  • गुजरात के मुख्‍यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा, प्रदर्शन के दौरान आम लोगों को परेशानी होने पर सख्ती से प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
  • पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, TMC किसानों की मांगों को पूरी तरह से समर्थन करती है, लेकिन भारत बंद को समर्थन नहीं किया जाएगा।

ये दल किसानों और भारत बंद के सपोर्ट में
शिवसेना, कांग्रेस, DMK, कमल हसन की MNM, RJD, BSP, समाजवादी पार्टी, NCP, आम आदमी पार्टी, गुपकार अलायंस, लेफ्ट, TRS, DMK, MDMK,NC, PDP समेत अन्य सभी विपक्षी दलों ने किसानों और भारत बंद को सपोर्ट किया है।

5 दौर की बैठक फेल हुई, अब 9 दिसंबर को बातचीत होगी
कृषि कानून पर किसानों और केंद्र सरकार के बीच 5 दौर की बैठक हो चुकी है। इन सभी में अब तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। किसान पूरे कानून को ही खत्म करने की मांग कर रहे हैं, जबकि केंद्र सरकार किसानों को इन कानूनों में संशोधन की बात कह रही है। अब 9 दिसंबर की सुबह 11 बजे फिर से किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच 6वें दौर की बैठक होनी है। इसके पहले केंद्र सरकार की तरफ से किसान नेताओं को प्रस्ताव दिया जाएगा। किसान नेता उस प्रस्ताव पर आपस में चर्चा के बाद केंद्र सरकार के प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करेंगे।

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