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CBI टीम का बाल यौन शोषण मामले में पिछोर की बड़ी अकबई में भी छापा, राहुल नामक युवक के घर 12 घण्टे तलाशी

सीबीआई टीम का बाल यौन शोषण मामले में पिछोर की बड़ी अकबई में भी छापा,जब्ती बनाकर राहुल को छोड़ा

CBI Raid in Gwalior: पिछोर के बड़ी अकबई गांव में 22 साल के राहुल राणा के घर पुलिस के साथ सीबीआइ टीम की दस्तक सुबह साढ़े 7 बजे हुई।

घर पर राहुल राणा और उसका परिवार मिला लेकिन पिता चारा काटने गए हुए थे। CBI की टीम ने राहुल को अपनी निगरानी में लिया और पड़ताल शुरू कर दी। पूछताछ और मोबाइलों व लैपटाप की पड़ताल के 12 घंटे बाद टीम राहुल को घर छोड़कर लैपटाप व मोबाइल जब्त कर ले गई। राहुल के पास दो से तीन मोबाइल चालू और दो मोबाइल खराब मिले। एक लैपटाप मिला जो चालू नहीं था। राहुल तीन से चार व्हाटसएप ग्रुप में जुड़ा था जिनके एडमिन और मेंबरों के मोबाइल नंबर कागज पर टीम ने नोट किए। राहुल से टीम दिनभर सवाल करती रही और राहुल खुद को अनभिज्ञ बताते हुए जवाब देता रहा। परिवार के लाेग रोने लगे और राहुल को छोड़ने की गुहार करने लगे।

मंगलवार सुबह सुबह CBI की टीम सबसे पहले पिछोर थाना पहुंची जहां से पुलिस फोर्स मांगा। यहां बताया कि बड़ी अकबई गांव में एक घर में दबिश देना है। टीम ने राहुल राणा के घर दबिश देने की जानकारी को घर पहुंचने तक साझा नहीं किया। थाने से फोर्स साथ लिया और राहुल राणा के घर दबिश दी। सुबह राहुल के पिता अमर सिंह जो पेशे से मजदूर हैं चारा काटने के लिए निकल गए थे। घर पर शेष सदस्य थे जो सीबीआई टीम और पुलिस को देख सन्न रह गए। राहुल घर पर ही मिला जिसे सीबीआइ टीम ने अपनी निगरानी में ले लिया और पड़ताल शुरू की।

टीम ने राहुल के पास से दो से तीन सक्रिय मोबाइल जो चालू थे जब्त किए। दो मोबाइल खराब मिले और एक लैपटाप भी राहुल के पास था जो चालू नहीं हुआ। कुछ देर बाद पता चला कि लैपटाप खराब है। मोबाइल से सिम कार्ड व मेमोरी कार्ड के डाटा की पड़ताल की गई। राहुल से सवालों का सिलसिला जारी रहा। घर में भी कुछ स्थानाें पर जांच की गई कि कोई इलेक्ट्रोनिक उपकरण तो नहीं है। टीम 12 घंटे पड़ताल के बाद अपने साथ राहुल के मोबाइल,सिम कार्ड व मेमोरी कार्ड साथ ले गई और राहुल को घर पर ही छोड़ दिया। राहुल के मोबाइल व कार्ड में बाल यौन शोषण से संबंधित डाटा है या नहीं,यह विस्तृत जांच के बाद ही सामने आ सकेगा।

 

दसवीं पास राहुल,आज पुणे का ट्रेन से था रिजर्वेशन

जानकारी के अनुसार राहुल दसवीं पास है। उसका एक भाई पुणे में है और दो बहनें भी हैं। परिवार गरीब है और पुणे में रहने वाला भाई कोई छोटा मोटा काम करता है। वह अभी कोरोना काल में यहीं गांव आ गया था लेकिन फिर कोरोना का प्रकोप कम होते ही वापस चला गया। राहुल के पास बुधवार को पुणे के लिए ट्रेन का रिजर्वेशन टिकट मिला है। राहुल अपना कपड़ों का बैग लगा चुका था और बुधवार को भाई के पास जाने वाला था। टेकनपुर में राहुल कुछ समय पहले अमेजन कंपनी के लिए डिलीवरी करने का कार्य करता था जिसमें उसे सात हजार रूपए मासिक वेतन मिलता था। माैके पर बड़ी अकबई के सरपंच भी पहुंच गए थे

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