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Power Grids failure? भारत की बिजली बंद करना चाहता है चीन, साइबर हमले की कोशिश

Power Grids failure? भारत की बिजली बंद करना चाहता है चीन, साइबर हमले की कोशिश

Power Grids failure? एक दिन आप सुबह सो कर उठें और आपको पता चले कि आपके पूरे देश में ही बिजली नहीं है तो क्या होगा? आपके घर के सारे काम रुक जाएंगे, बड़ी-बड़ी कम्पनियों के दफ्तर ठप हो जाएंगे. अस्पतालों में बिजली नहीं होगी, सड़कों पर ट्रैफिक सिग्नल बन्द होंगे, ATM से कोई पैसे नहीं निकाल पाएगा, बैंक काम करना बंद कर देंगे, Digital Transaction नहीं होंगे और इस तरह पूरा देश ठहर जाएगा. ऐसे हालातों में कई लोगों की मौत भी हो सकती है.

इंटरनेट के युग में ऐसे होगा युद्ध

ये सब हो सकता है क्योंकि ये इंटरनेट का युग है और इस युग में युद्ध जवानों के बीच नहीं लड़ा जाएगा और ना ही बंदूक और तोपें इस युद्ध में काम आएंगी. ये युद्ध इंटरनेट पर लड़ा जाएगा और देश का हर नागरिक दुश्मन के निशाने पर होगा. चीन ने उत्तर भारत के कम से कम सात Power Grids और Power Supply Centres को हैक करने की एक खतरनाक कोशिश की है और अगर वो कामयाब हो जाता तो पूरा उत्तर भारत अंधेरे में डूब जाता. लेकिन हमारा Security System इतना मजबूत था कि Chinese Hackers कामयाब नहीं हो पाए. गलवान के सैन्य संघर्ष में हारने के बाद अब चीन Hacking करके भारत की सीमाओं में प्रवेश करना चाहता है और भारत की Air Waves, Power Supply और Data को अपने नियंत्रण में लेना चाहता है. ऐसे में आइए समझते हैं कि भविष्य के युद्ध हथियारों से नहीं बल्कि Hacking से लड़े जाएंगे.

क्या है पॉवर ग्रिड?

Power Grid असल में एक तरह का सिस्टम होता है, जो बिजली के उत्पादन से उसकी सप्लाई तक की कड़ियों को जोड़ कर इसे व्यवस्थित बनाता है और अगर इन्हें किसी और देश द्वारा Hack कर लिया जाए तो देश में Black Out की स्थिति भी पैदा हो सकती है. इस रिपोर्ट के अनुसार, अगस्त 2021 से मार्च 2022 के बीच चीन के Hackers ने उत्तर भारत के कम से कम 7 SLDC का निशाना बनाया.

समझें कैसे होती है बिजली की निगरानी

SLDC का मतलब होता है, State Load Dispatch Center, जो अपने-अपने राज्यों में बिजली सप्लाई की रियल टाइम निगरानी करते हैं. सरल शब्दों में समझने की कोशिश की जाए तो आप जिस राज्य में रहते हैं, वहां आपके घर, दफ्तर और दूसरी जगहों पर बिजली की जो आपूर्ति होती है, उसकी निगरानी का काम इन्हीं केंद्रों द्वारा किया जाता है और भारत में जो Power Grids हैं, उनकी निगरानी का काम भी यही केंद्र करते हैं

आपस में जुड़े हैं भारत के सभी पॉवर ग्रिड

अभी भारत में कुल 5 Power Grids हैं. Northern, Eastern, North Eastern, Southern और Western Grid. अहम बात ये है कि ये सभी ग्रिड आपस में जुड़े हुए हैं और इनमें से ज्यादातर तो एक ही सर्वर पर काम करते हैं. इसलिए भारत की बिजली व्यवस्था पर चीन का ये साइबर अटैक एक बड़े खतरे की तरफ इशारा करता है. इस रिपोर्ट को जारी करने वाली कंपनी का नाम Recorded Future है और इसने पिछले साल भी अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि भारत के 10 बड़े सरकारी संगठनों और संस्थाओं पर Cyber Attack हुए हैं.

इस रिपोर्ट में तीन बड़ी बातें बताई गई हैं

  • पहली बात ये है कि गलवान घाटी में हुए खूनी संघर्ष के बाद से भारत की बिजली सुविधाएं चीन के निशाने पर हैं और इस संघर्ष के बाद से ही चीन लगातार भारत में Power Grid को फेल करने के लिए Malware भेज रहा है. Malware को सरल शब्दों में वायरस कहा जाता है.
  • दूसरी बात ये है कि इस Cyber Attack के पीछे चीन की सेना के लिए काम करने वाले Hackers का एक ग्रुप था, जिसे ‘Threat Activity Group 38’ या TAG-38 भी कहा जाता है. इस ग्रुप ने भारत पर आखिरी Cyber Attack 15 मार्च को किया था.
  • तीसरी बड़ी बात ये बताई गई है कि चीन के Hackers भारत के Power Grids को ना सिर्फ निशाना बना रहे थे. बल्कि इन केंद्रों से जुड़ा Data भी लगातार इकट्ठा करके दूसरे देशों में भेज रहे थे.
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