नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में आज आठवें और आखिरी चरण का मतदान खत्म होने के साथ ही सभी की निगाहें एग्जिट पोल पर टिकी हुई है। चुनाव आयोग ने इस संबंध में सख्ती बरतते हुए साफ कर दिया है कि मतदान प्रक्रिया खत्म होने के बाद शाम साढ़े सात बजे से पहले एग्जिट पोल जारी नहीं किए जाएंगे। चुनाव आयोग ने एग्जिट पोल जारी करने वाले सभी मीडिया संस्थानों और टेलीविजन चैनलों को निर्देश दिया है कि शाम 7.30 से पहले कोई भी एग्जिट पोल नहीं दिखाएंगे। गौरतलब है कि चार राज्यों व एक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव प्रक्रिया संपन्न हुई थी।
पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल में 26 अप्रैल को हुए सातवें चरण के मतदान में 76.89 फीसदी वोटिंग हुई थी। देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के चलते 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री मोदी ने पश्चिम बंगाल में सभी रैलियों को वर्चुअल तरीके से संबोधित करना शुरू कर दिया था। साथ ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे अभिषेक बनर्जी ने भी सभी चुनावी रैलियों को रद्द कर दिया था। पश्चिम बंगाल विधानसभा में टीएमसी और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर है।
तमिलनाडु
तमिलनाडु में एक ही चरण में 6 अप्रैल को मतदान कराए गए। इस बार विधानसभा चुनाव में तमिलनाडु में 71.43 फीसदी वोटिंग हुई थी। तमिलनाडु के करूर जिले में सबसे ज्यादा 83.92 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई वहीं प्रदेश की राजधानी चेन्नई में सबसे कम 55.28 फीसदी वोटिंग हुई।
असम
असम में 3 चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न कराए गए थे। असम में पहले चरण का मतदान 27 मार्च, दूसरा चरण का मतदान 1 अप्रैल और तीसरे चरण का मतदान 6 अप्रैल को हुआ था। फिलहाल असम में भाजपा की सरकार है। असम में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी जमकर चुनावी रैलियों को संबोधित किया था। साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने खूब चुनावी रैलियों की थी।
केरल
केरल में 140 विधानसभा सीटों पर एक ही चरण में चुनाव करवाया गया। केरल में भी 73.58 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई। प्रदेशमें कुल 2.74 करोड़ लोगों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। यहां मुख्य विपक्षी पार्टी के तौर पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी सक्रियता दिखाई। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी कई चुनावी रैलियां की थी।
पुडुचेरी
केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में एक ही चरण में मतदान करवाया गया था और यहां 81.64 फीसदी वोटिंग दर्ज की गई थी। पुडुचेरी में कांग्रेस सरकार के अल्पमत में आने के कारण विधानसभा चुनाव हुए थे।