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Child Adoption:सूनी गोद में आई ‘लाडो’,फफक पड़े सालों बाद बने ‘मम्मी-पापा’

Child Adoption: करौली माता मंदिर के पास स्थित बालगृह मातृछाया में सोमवार सुबह तीन माह की लाडो को घर ले जाने की खुशी गजब थी। मुंबई से आए दंपती की सालों बाद गोद हरी हो रही थी तो खुशी भी अपरम्पार थी।

लाडो को हाथ में लेते ही सालों के इंतजार बाद बने मम्मी-पापा फफक उठे और उसे सीने से लगा लिया। गोद में बेटी और दंपती का स्नेह देख मातृछाया का प्रबंधन भी भाव-विभोर हो उठा।

तीन महीने की बेटी को मुंबई के दंपती को गोद देने की प्रक्रिया सोमवार को मातृछाया में पूरी की गई। इस दौरान जिला बाल सरंक्षण अधिकारी शालीन शर्मा और मातृछाया सचिव धर्मेंद्र गुप्ता मौजूद रहे।

मुंबई में सरकारी नौकरी करने वाले दंपती को संतान नहीं हो रही थी। उन्होने बेटी को गोद लेने का मन बनाया और सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्स अथॉरिटी में आवेदन किया।

इसके बाद यहां ग्वालियर स्थित सेवा भारती द्वारा संचालित बाल-बालिका गृह मातृछाया में तीन माह की बेटी की जानकारी मिली। महिला एवं बाल विकास विभाग ने इस मामले मंे पूरी प्रक्रिया का पालन करते हुए जांच पड़ताल की।

आर्थिक और सामाजिक स्तर पर पड़ताल के बाद सभी मानक पूरे कर दंपती को गोद लेने के लिए पात्र पाया गया। सोमवार को तीन माह की बच्ची को गोद लेने मुंबई से दंपती आए और विधिवत ढंग से बच्ची को गोद दिया गया।

 

बेटी ही चाहिए थे,अब बेटा भी लेंगे

दंपती को बेटी ही गोद लेना थी इसलिए उन्होने बेटी के लिए आवेदन किया था। अब बेटी के बाद वे बेटे को गोद लेंगे। दंपती ने गोद लेने के दौरान बताया कि दोनों ही पति-पत्नी नौकरी में है तो बेटी की परवरिश के लिए जरूरत पड़ने पर छुटटी भी लेंगे। दंपती ने बताया कि घर में और भी लोग हैं इसलिए कोई परेशानी नहीं आएगी।

शिवपुरी से मिली थी बच्ची

गोद दी गई बच्ची शिवपुरी से मिली थी जो नवजात हाल में सौंपी गई थी। एक महीने बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल में रखा गया और पूर्णत: स्वस्थ्य होने पर मातृछाया बाल बालिका गृह को सौंपा गया। वर्तमान में बच्ची की उम्र तीन माह है। जल्द मातृछाया से एक और बच्ची को गोद दिया जाएगा। इसके लिए दंपती का चयन भी फायनल कर लिया गया है।

 

 

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