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बालकनी से लटकता मिला अपर कलेक्टर के बेटे का शव, ये था कारण

बालकनी से लटकता मिला अपर कलेक्टर के बेटे का शव

इंदौर। हिम्मत नहीं बची प्रॉब्लम्स झेलने में और कारण नहीं बचा आगे जीने के लिए। दो पेज के सुसाइड नोट में लिख कर अपर कलेक्टर स्तर के अधिकारी के बेटे ने आत्महत्या कर ली।

नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण में अपर संचालक के पद पर पदस्थ अपर कलेक्टर रैंक राज्य प्रशासनिक सेवा अधिकारी विजित कुमार विजयवत के बेटे सार्थक विजयवत की डेड बॉडी, उनके घर की बालकनी में लटकी हुई मिली है। सार्थक की उम्र 19 साल बताई गई है। सार्थक IIT Kharagpur का स्टूडेंट था। पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है।

क्या लिखा है सुसाइड नोट में
2 पेज के सुसाइड नोट में लिखा है कि सॉरी! और अब क्या ही बोल सकता हूं। जिन उम्मीदों से JEE की तैयारी की थी, उनके टूटने के बाद ही सब कुछ बिगड़ता चला गया। कहां सोचा था कि कैम्पस जाऊंगा, इन्जॉय करूंगा और कहां ये ऑनलाइन असाइनमेंट में फंस गया। शायद टाला जा सकता था। कई लोगों के पास मौका था, लेकिन कुछ नहीं किया।
सार्थक ने आगे लिखा कि हिम्मत नहीं बची प्रॉब्लम्स झेलने में और कारण नहीं बचा आगे जीने के लिए। फैमिली भी शानदार है। पापा जिद्दी मम्मी मजबूर और वात्यसल्या मासूम। संभालूं तो किस-किस को। पापा आपको थोड़ा सा ज्यादा टाइम स्पेंड करना था हम सबके साथ। बात करनी चाहिए थी हमसे। जितनी बात अपने भाई-बहनों से करते, उससे आधी भी हमसे करते तो चल जाता।
मां समझ रहा हूं कि आप अकेली रह जाओगी, लेकिन और बर्दाश्त नहीं हो रहा। सॉरी मम्मी। सार्थक ने सबसे आखरी में लिखा कि आई क्विट
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