HOME

आज आपके मोबाइल सिग्नल को सुधारने वाली सैटेलाइट का लांच-ISRO

आपके मोबाइल फोन से लेकर टीवी तक के सिग्नलों का स्तर सुधारने वाली कम्युनिकेशन सैटेलाइट CMS-01 के लांच की उल्टी गिनती बुधवार को शुरू हो गई।


ISRO ने बताया कि Satellite को PSLVC-50 रॉकेट में स्थापित करने के बाद 25 घंटे लंबा काउंटडाउन शुरू कर दिया गया।

गुरुवार को दोपहर 3.41 बजे Satellite को यहां से 120 किलोमीटर दूर श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के दूसरे लांच पैड से रवाना कर दिया जाएगा। हालांकि Satellite का लांच मौसम के मिजाज पर भी निर्भर करेगा। 

सरो ने कहा, पीएसएलवी-सीएमएस-01 मिशन का काउंटडाउन आज (बुधवार) दोपहर 2.41 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में शुरू कर दिया गया। यह इस पोलर Satellite लांच व्हीकल का 52वां मिशन है।स

सीएमएस-01 (पूर्व नाम जीसैट-1) 42वीं कम्युनिकेशन Satellite है और यह कम्युनिकेशन सैटेलाइट फ्रीक्वेंसी स्पेक्ट्रम के एक्सटेंडेड सी बैंड में सेवा उपलब्ध कराएगी, जिसके दायरे में भारत की मुख्य भूमि, अंडमान निकोबार और लक्षद्वीप द्वीपसमूह होंगे। श्रीहरिकोटा के सतीश धवन केंद्र से लांच होने वाला यह 77वां लांच व्हीकल मिशन होगा।

पीएसएलवी-सी50 मिशन पर इस बार अकेले पेलोड के तौर पर यात्रा कर रही सीएमएस-01 सैटेलाइट से टेलीकम्युनिकेशन सेवाओं में खासतौर पर सुधार होगा।

इसकी मदद से टीवी चैनलों की पिक्चर गुणवत्ता सुधरने के साथ ही सरकार को टेली-एजुकेशन, टेली-मेडिसिन को आगे बढ़ाने और आपदा प्रबंधन के दौरान मदद मिलेगी। यह सैटेलाइट 2011 में लांच की गई जीसैट-2 टेलीकम्युनिकेशन Satellite की जगह लेगी। सीएमएस-01 अगले सात साल तक सेवाएं देगी। 

यह पीएसएलवी की ‘एक्सएल’ कांफिगुरेशन (छह स्ट्रेपऑन मोटर से संचालित) में  22वीं उड़ान होगी। यह इस साल कोरोना संक्रमण के कारण पिछले माह लांच किए गए इसरो के पहले मिशन के बाद महज दूसरा अभियान है।  

पृथ्वी की सबसे दूरस्थ कक्षा में होगी स्थापित
सीएमएस-01 को पृथ्वी की कक्षा में सबसे ऊंचे या दूसरे शब्दों में कहें तो 42,164 किलोमीटर के सबसे दूरस्थ बिंदु पर स्थापित की जाएगी। इस कक्षा में स्थापित होने पर यह Satellite पृथ्वी के चारों तरफ उसी की गति से घूमेगी और पृथ्वी से देखे जाने पर आकाश में एक जगह खड़े होने का भ्रम देगी। 

Show More

Related Articles

Back to top button