भारतीय स्टेट बैंक एनकेजे शाखा में चपरासी कर रहे साहबी

कटनी। उपनगरीय क्षेत्र स्थित भारतीय स्टेट बैंक में काउंटर नंबर तीन में बैठकर साहबी कर रहा साइमन नामक तदर्थ भ्रत्य की तथाकथित अफसरसाही इन दिनों हितग्राहीओं के लिये सिर दर्द बनती जा रही है.बकायदे काउंटर पर कुर्सी जमा कर कार्य करने वाले भ्रत्य को बैंक के शाखा प्रबंधक द्वारा हितग्राहियों के कार्यों को प्राथमिकता पूर्वक निपटाने की मूल मंसा से महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गयी है. लेकिन शाखा प्रबंधक के जनहितेषी,पवित्र और सकारात्मक सोच को पलीता लगा रहा भृत्य का मनमाफिक कार्य लोगों के समझ से परे है.छोटी छोटी बातों में लोगों को उलझाना उन्हें परेशान करना और वादविवाद की स्थिति को निर्मित करना उसकी फितरत में शामिल है. हाला उसे अनर्गल तरीके से बाबू की जिम्मेदारी देने के पीछे वहाँ के शाखा प्रबंधक की सोच को हितग्राही केंद्रित, इसलिए भी कह सकते हैँ, कि कोई भी बैंक का बड़ा अधिकारी अपने बैंक की बदनामी कराना कदापि नहीं चाहता.लेकिन यहाँ के भ्रत्य के रवैया और लोगों के साथ उसके अमानवीय व्योहार से एक बार फिर एस.बी.आई. एन.के.जे. शाखा सुर्खियों में है.
उक्त आशय का आरोप लगाते हुए, अधिकारी -कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संघ के प्रांतीय प्रवक्ता कुंवर मार्तण्ड सिंह राजपूत ने बताया कि लगातार काफ़ी दिनों से विवादित भृत्य द्वारा हितग्राहियों के साथ कटु व्योहार की शिकायत से वे रूबरू थे,जिसकी पुष्टि के लिये ही गत दिवस वे स्वयं बैंक जाकर अपना ए.टी.एम. कार्ड प्राप्त करने की कोशिश किये. विवादित भृत्य द्वारा हितग्राही का ए.टी.एम. कार्ड देने में तरह तरह की अनावश्यक नुस्ख निकालने से वे काफ़ी परेशान भी हुए,अंततः आलमारी में रखे हुए ए.टी.एम. कार्ड देने में बैंक द्वारा दो घंटे का समय लगाना इस बात का संकेत है, कि उस भृत्य को शायद इस बात का ज्ञान ही नहीं है, कि बैंक में हर कार्य के संपादन हेतु रिजर्व बैंक द्वारा समय अवधि निर्धारित की गयी है, जिसका पालन बैंक कर्मीयों को अनिवार्य रूप से करना पड़ता है.साथ ही बैंको की कार्यप्रणाली पर आम हितग्राही की विश्वस नीयता बनी रहे, इस हेतु बैंक आये हितग्राहियों से अच्छे वर्ताव का भी प्रावधान रखा गया है
.अतः श्री राजपूत द्वारा ऐसे अकुशल और विवादित कर्मचारीयों को जो लोगों की परेशानीयों को समझने का प्रयास ही नहीं करते, उन्हें बैंकों की क्रिया प्रणाली से कोसों दूर रखने की मांग शाखा प्रबंधकों से गयी है.