निकिता मर्डर केस : तो एफआईआर में इसका जिक्र क्यों नहीं किया

फरीदाबाद। अदालत में मौजूद दोनों की पहचान भी कर दी गई है। वहीं निकिता के साथ मौजूद उसकी सहेली ने भी दोनों आरोपियों की पहचान कर ली है। उधर, बचाव पक्ष के वकील ने चश्मदीदों से करीब 10 सवाल पूछे। सुबह करीब 11 बजे चली अदालत की सुनवाई शाम चार बजे खत्म हो गई। अदालत ने केस में अन्य गवाहों के बयान के लिए 7, 8 व 9 दिसंबर की अगली तारीख मुकर्रर की है।

कार में ही लहूलुहान निकिता ने बताया दर्द

नवीन ने अदालत को बताया कि वह गोली लगने से घायल निकिता को कार से अस्पताल लेकर जा रहा था। रास्ते में लहूलुहान निकिता ने बताया था कि तौसीफ ने उसे गोली मारी है। बहन की यादों को अदालत में याद कर भाई नवीन भावुक हो गया। इसके बाद अदालत ने उसका बयान दर्ज कर लिया। वहीं, बचाव पक्ष के वकील पीएल गोयल, अनवर खान और अनीस खान ने नवीन से कई सवाल किए।

मुकदमे में क्यों नहीं किया जिक्र

बचाव पक्ष के वकील ने नवीन से पूछा कि जब उसने तौसीफ और रेहान को भागते देखा था तो एफआईआर में इसका जिक्र क्यों नहीं किया। इसके अलावा निकिता के तौसीफ द्वारा गोली मारे जाने की बात भी मुकदमे में दर्ज न कराने के बाबत सवाल किया। एक सवाल यह भी पूछा कि जब निकिता को वह कार से लेकर अस्पताल पहुंचा तो कपड़ों में खून लगा होगा। क्या वे कपड़े पुलिस को सौंपे थे। सभी सवालों पर नवीन ने कहा कि घटना के वक्त वह काफी घबराया हुआ था, इसलिए ये बातें तब दिमाग में नहीं थी।

मालूम हो कि कॉमर्स की छात्रा निकिता तोमर की 26 अक्तूबर को बल्लभगढ़ में अग्रवाल कॉलेज के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप सोहना निवासी तौसीफ और उसके दोस्त रेहान पर है। मुकदमा अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सरताज बासवाना की अदालत में चल रहा है। मंगलवार को हत्या के चश्मदीद गवाह तरुण और निकिता की सहेली की गवाही हुई थी। बुधवार को निकिता के बड़े भाई नवीन व उसकी सहेली की गवाही हुई।

 

Exit mobile version