दावोस। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज विश्व आर्थिक मंच (WEF) की 48वीं बैठक के उद्घाटन भाषण की शुरुआत नमस्कार करके की। अपने भाषण में मोदी ने कहा कि WEF का एजेंडा दुनिया के हालात को सुधारना है। मोदी को सुनने के लिए बॉलीवुड के बादशाह शाहरुख खान भी सम्मेलन में मौजूद रहे। इससे पहले दावोस (स्विट्जरलैंड) के स्विट्जरलैंड के राष्ट्रपति एलेन बर्सेट ने सम्मेलन में कहा कि अर्थव्यवस्था, क्लाइमेट चेंज सबसे बड़ी चुनौती हैं।
-मानवता के लिए तीन बड़ी चुनौतियां है। एक है जलवायु परिवर्तन। इसे काबू करने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है। इसके चलते कहीं ज्यादा गर्मी है तो कहीं बहुत ठंड।
-दुनिया के सामने दूसरी सबसे बड़ी चुनौती आतंकवाद है। आतंकवाद अच्छे और बुरे के बीच भेद नहीं करता। आज देश आत्मकेंद्रित होते जा रहे हैं।
-दरारों से भरी दुनिया में साझे का वक्त।
-आज हम जटिल नेटवर्क में जी रहे हैं। आज के समय में साइबर सुरक्षा सबसे बड़ी चुनौती है।
-1997 में अमेजॉन ढूंढने पर सिर्फ नदियां मिलती थीं।
-आज हम तकनीक की दुनिया में जी रहे हैं।
-1997 में कोई बिन लादेन या हैरी पॉर्टर को नहीं जानता था।
-दो दशक पहले आए थे दावोस में कोई भारतीय पीएम।
-स्वागत के लिए स्विस सरकार को शुक्रिया।
-1997 से अब तक 6 गुना बढ़ी भारत की अर्थव्यवस्था।
-उस जमाने में सिर्फ चिड़िया ट्वीट करती थी, अब जमाना बदला।इससे पहले मोदी ने सोमवार को पहुंच उन्होंने दुनियाभर की शीर्ष कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) से मुलाकात की और कहा कि भारत चीजों को लेकर गंभीर और जो कह रहा है, उसे करना चाहता है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर की कंपनियों के लिए भारत में निवेश करने के लिए काफी बेहतरीन अवसर हैं।