बॉलीवुड

कैमरे के सामने कपड़े उतार चुकी है अमृता राव की चाची, इस तरह शूट हुए थे इंटीमेट सीन

मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रैस सीमा बिस्वास का आज 52वां बर्थडे हैं। उनका जन्म 14 जनवरी 1965 को असम में हुआ। उन्हें शेखर कपूर की फिल्म ‘बैंडिट क्वीन’ में फूलन देवी का रोल निभाने के लिए जाना जाता है। 
कैमरे के सामने कपड़े उतार चुकी है अमृता राव की चाची, इस तरह शूट हुए थे इंटीमेट सीन
फिल्म में अपनी बेहतरीन अदाकारी के लिए उन्हें नेशनल अवॉर्ड भी मिला। एक इंटरव्यू में उन्होंने फिल्म बैंडिट क्वीन में अपने रोल और इंटीमेट सीन की शूटिंग पर खुलकर बातें कीं।
news24you
बोल्ड सीन्स, गाली-गलौज और न्यूड सीन के चलते ये फिल्म काफी विवादित रही थी। हालांकि, इस सीन को सीमा ने खुद नहीं बल्कि बॉडी डबल ने किया था। सीमा के मुताबिक, उन्होंने डायरैक्टर शेखर कपूर से कहा था कि फिल्म से न्यूड सीन हटा दिए जाएं, लेकिन शेखर ने कहा कि सत्य घटना पर आधारित इस फिल्म में लोगों की असंवेदनशीलता को दिखाने के लिए वह सीन करना जरूरी है।
news24you
सीमा ने खुलासा किया कि इस सीन को शूट करते समय डायरैक्टर और कैमरामैन के अलावा किसी का भी अंदर आना मना था। इस न्यूड सीन के कारण उन्हें रात-रात भर रोना पड़ा था। यही नहीं इस न्यूड सीन के बाद पूरी फिल्म यूनिट रोई थी। इसके अलावा फिल्म के एक अन्य सीन में गैंगरेप के बाद ठाकुर फूलन को न्यूड ही कुएं से पानी लाने भेजता है। सीमा के मुताबिक कई लोग इस रोल के चलते मुझसे नफरत करने लगे थे। 
news24you
उन्होंने कहा कि इस बारे में मेरे घरवालों को पता था। यही नहीं रिलीज के दो साल पहले बिस्वास फैमिली ने फिल्म की अनसेंसर्ड कॉपी असम स्थित अपने घर पर देखी थी। इस दौरान सीमा मां की गोद में सिर रखकर सोने का नाटक कर रही थीं। वहीं, दरवाजे और पर्दे लगे हुए थे और रूम में सन्नाटा था। सीमा ने कमरे की लाइट बंद कर दी। ताकि किसी को यह पता न चले कि अंदर वे कोई वीडियो या हिंदी फिल्म देख रहे हैं। फिल्म खत्म हुई तो सीमा के पिता ने उनकी ओर देखा और गहरी सांस लेते हुए कहा, “यह रोल तो हमारी सीमा ही कर सकती है।” तब कहीं जाकर सीमा ने राहत की सांस ली।
news24you
उन्होंने बताया कि फूलन देवी की शूटिंग के दौरान दो दिनों तक उन्होंने न कुछ खाया था और न ही कुछ पिया था। क्योंकि फूलन ने भी ऐसा ही कुछ किया था, जब वे जंगलों में रह रही थीं। उन्होंने खुद को बाकी समाज से अलग कर लिया था और धौलपुर के एक गेस्ट हाउस के कोने में बैठकर घंटों तक अपने किरदार के बारे में सोचती रही थीं। 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button