Police Fighting: मैसेज में लिखा… मेरी मौत के जिम्मेदार होंगे पुलिसकर्मी, SP के खिलाफ चलवा रहा था मैसेज

Police Fighting: मैसेज में लिखा... मेरी मौत के जिम्मेदार होंगे पुलिसकर्मी, सिपाही को साथी पुलिसकर्मियों ने पीटा

Police Fighting: मैसेज में लिखा… मेरी मौत के जिम्मेदार होंगे पुलिसकर्मी, सिपाही को साथी पुलिसकर्मियों ने पीटा । कानपुर में घाटमपुर का साढ़ थाना गुरुवार देर रात अखाड़ा बन गया। गैर हाजिरी की रपट लिखने पर सिपाही मुंशी व अन्य कई पुलिसकर्मियों से भिड़ गया। दोनों के बीच जमकर मारपीट हुई। एसपी ने विवादित सिपाही को लाइन हाजिर कर दिया। उसके बाद वह थाने में खूब उत्पात मचाया। कई पुलिसकर्मियों को हटवाने की धमकी दी। मामले की जांच सीओ घाटमपुर को सौंपी गई है।

सिपाही पर बड़ी कार्रवाई संभव

सिपाही पर बड़ी कार्रवाई संभव है। मूलरूप से बकेवर, इटावा निवासी सिपाही जयवीर सिंह की तैनाती सचेंडी थाने में थी। वहां पर कई तरह के विवाद हुए और गंभीर आरोप लगे, तो करीब एक महीने पहले उसका तबादला साढ़ थाने कर दिया गया था। एसपी आउटर तेज स्वरूप सिंह ने बताया कि सिपाही कई बार गैर हाजिर हो गया। थाने के मुंशी ने उसकी दो बार रपट लिख दी।

खूब मारपीट हुई

इसी वजह से वह गंरुवार देर रात मुंशी व अन्य पुलिसकर्मियों से भिड़ गया। खूब मारपीट हुई। कुछ देर बाद सोशल मीडिया पर मामले ने तूल पकड़ लिया। एसपी ने बताया कि सिपाही जयवीर सिंह को लाइन भेजा गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। जयवीर की जिन पुलिसकर्मियों से मारपीट हुई है, उन पर भी कार्रवाई होगी। जांच में यह स्पष्ट हो जाएगा कि कौन कौन पुलिसकर्मी इसमें शामिल थे।

मैसेज में लिखा… मेरी मौत के जिम्मेदार होंगे पुलिसकर्मी

सिपाही ने एक मैसेज वायरल किया। उसमें लिखा कि हेड मुहर्रिर महेंद्र सिंह, दीवान अवधेश सिंह, रामेवक पाल व जुबैर ने मारपीट की। दरोगा अजय गंगवार भी शामिल रहे। यह भी आरोप लगाया कि सोने की चेन, अंगूठी लूट ली। साथ ही लिखा कि मेरी मौत के जिम्मेदार यही होंगे। यह मैसेज वायरल कर दिया। अफसरों का कहना है कि सिपाही तमाशा कर रहा है।

एसपी के खिलाफ चलवा रहा था मैसेज

जयवीर काफी विवादित रहा है। कुछ दिन पहले उसने एक मीडियाकर्मी को एसपी के खिलाफ मैसेज भेजा। मैसेज वायरल करने को कहा। इसकी जानकारी एसपी आउटर को हो गई। सीओ की शुरुआती जांच में सामने आया है कि वह थाने के स्टाफ से अभद्रता करता था। वीडियो बनाकर गोपनीयता भंग करता था। हवालात आदि में बगैर अनुमति दाखिल हो जाता था, जो नियम विरूद्ध है।

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