Katni Loot फाइनेंस कंपनी मैनेजर के साथ दिनदहाड़े हुई लूट का पर्दाफाश

Loot फाइनेंस कंपनी मैनेजर के साथ दिनदहाड़े हुई लूट का पर्दाफाश

Katni Loot। रीठी थाना अंतर्गत बिरूहली मोड़ के पास फाइनेंस कंपनी कर्मचारी के साथ दिनदहाड़े हुई लूट की वारदात में शामिल आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिल गई है।

पुलिस लूट के आरोप में जबलपुर के मढ़ोताल निवासी दो युवकों सहित एक नाबालिग बालक को गिरफ्तार कर लिया है जबकि वारदात में शामिल एक अन्य युवक फरार है। जिसकी तलाश की जा रही है।

गौरतलब है कि भारत माइक्रो फाइनेंस कंपनी में कलेक्शन कर्मचारी दमोह जिले के ग्राम जबेरा निवासी धर्मेन्द्र धनगर गतदिवस जब ग्राम घिंनौची व दो-तीन गांव से कलेक्शन करके लौट रहा था। उसीदौरान बिरूहली मोड़ के पास चार बदमाशों ने रास्ता रोक उसके साथ लूट की वारदात को अंजाम देकर फरार हो गए थे। आरोपियों ने धर्मेन्द्र के साथ मारपीट व बाइक में तोडफ़ोड़ करते हुए उसके पास से 84 हजार रुपए नगद, स्कैनर मशीन, टैब लूटकर अपने साथ ले गए थे। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के विरूद्ध मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू की थी।

जिसमें पुलिस को सफलता मिल गई और पुलिस ने इस लूट के आरोप में जबलपुर के मढ़ोताल क्षेत्र निवासी 19 वर्षीय शरद पिता भंजन चडार व 20 वर्षीय सत्यम पिता दिनेश कुशवाहा सहित कटनी के कुठला क्षेत्र निवासी एक नाबालिग बालक को गिरफ्तार कर लिा है जबकि वारदात में शामिल एक अन्य युवक अभी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। जिसकी तलाश की जा रही है।

पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटी गई राशि में से 35 हजार 335 रूपए, घटना में प्रयुक्त की गई सीबी साईन मोटर सायकल, सैसंग कंपनी का टैबलेट फोन, बायोमैट्रिक मशीन व अन्य बैंक संबंधी दस्तावेज बरामद कर लिए हैं।

वारदात में प्रयुक्त बाइक भी चोरी की
रीठी थाना प्रभारी सतीश कुमार तिवारी ने बताया कि आरोपियों के द्धारा लूट में प्रयुक्त की गई मोटर सायकल भी चोरी की थी। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मोटर सायकल को लगभग एक सप्ताह पूर्व जबलपुर के पनागर क्षेत्र से चोरी किए थे। पुलिस ने इसकी जानकारी पनागर पुलिस को भी दे दी है।

इनकी रही भूमिका
पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनोज केडिया के दिशा निर्देश तथा उपपुलिस अधीक्षक मुख्यालय शालिनी परस्ते के मार्गदर्शन में वारदात का पर्दाफाश करने में रीठी थाना प्रभारी सतीश कुमार तिवारी, उपनिरीक्षक के.के.पटेल, सहायक उपनिरीक्षक रमाकांत दुबे, दिनेश सिंह चौहान, प्रधान आरक्षक भोलाराम गुप्ता, सूर्यकांत त्रिपाठी व सायबर सेल के आरक्षक प्रशांत विश्वकर्मा की भूमिका रही।

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