
कटनी । एक ऐसा दिव्यांग शिक्षक जिन्होंने पहले कर्तव्य फिर अधिकार के तहत शिक्षा विभाग को अपने जीवन के 41वर्ष देकर अपनी शानदार सेवा से जहाँ एक ओर नवनिहालों के भविष्य को पुष्पवित-पल्लवित कर उन्हें योग्य बनाया है,वहीं दूसरीओर विभिन्न कर्मचारी संगठनों में अपनी जबरजस्त सेवाएं देकर, एक सेवभावी पहचान बनाते हुए, अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा में प्रवक्ता पद पर रहकर कर्मचारी जगत की हर छोटी बड़ी समस्याओं को आवाज प्रदान करने में अहम भूमिका का निर्वहन किया है। उन्हें अपने ही विभाग के अधिकारियों द्वारा उनके सेवानिवृत्त पर उपेक्षित करके रखने को वे अपने साथ अन्याय और अत्यंत दूर्भाग्य पूर्ण पहलु बताये हैँ।जिले के अधिकारियों के इस कृत्य की, सेवा निवृत्त शिक्षक द्वारा कड़े शब्दों में आलोचना की गयी है। इन्होने विभाग के अधिकारीयों के इस तरह के कृत्य को उनमें समाप्त हो रही मानवीय संवेदनायों का पर्याय बताये हैँ ।गौरतलव है, कि विगत दिवस अपनी अधिवार्षिकआयु पूर्ण कर सेवानिवृत्त हुए दिव्यांग शिक्षक के कर्म क्षेत्रीय विद्यालय में उनके सेवा सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में जिले के जबाबदेय अधिकारीयों को आमंत्रित कर कार्यक्रम में आने की उनसे स्वीकृति ली गयी थी, किन्तु चारों के चारों अधिकारी जिनमें जिला परियोजना समन्वयक प्रेमनारायण तिवारी, जिला शिक्षा अधिकारी श्याम सिँह मरावी, विकास खंड शिक्षा अधिकारी सुश्री धनश्री जैन और न्यू कटनी जंक्सन संकुल प्राचार्या श्रीमती रामकुमारी चक्रवर्ती जिन्हें कर्मचारियों के भावनाओं का किंचित मात्र भी ख्याल नहीं है, इन सभी का सुनियोजित तरीके से दिव्यांग शिक्षक के कार्यक्रम से दूरियां बनाना दिव्यांग शिक्षक को तनिक भी रास नहीं आया। अपने सेवा काल में अनेकों अनेक बार जिले के अधिकारीयों,कर्मचारी- संगठनों, राजनैतिक नेताओं और समाज सेवकों से अपने उत्कृष्ट शिक्षकीय कार्य के बल पर सम्मानित हुए,उक्त शिक्षक को गहरा आघात तब लगा, ज़ब उनके सेवा निवृत्त पर उनके कार्यक्रम में ये चारों जबाबदेय अधिकारीगण शिक्षक सम्मान कार्यक्रम से दूरियां बनाकर उक्त सेवाभावी, आदर्श दिव्यांग शिक्षक का तमासा बनाने में सूखानुभूति करतेअपने अपने कार्यालय में नजरआये।अधिकारीयों के इस तरह असंवेदनशील रवैया से वेहद खपा शिक्षक द्वारा इस आशय की शिकायत जिला कलेक्टर कटनी सहित आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय भोपाल और प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश शासन को भेजकर ऐसे विभागीय मुखियों के गैर जिम्मेदाराना रवैया की निष्पक्ष जाँच कराना चाहते हैँ, उन्होंने बताया कि राज्य शासन द्वारा सेवा निवृत्त होने वाले अपने कर्मचारीयों का विदाई सेवा सम्मान कार्यक्रम में जिले के अधिकारियों को अनिवार्य रूप से उपस्थित रहकर दीर्घकाल तक विभाग को सेवा देने वाले अधिकारी- कर्मचारीयों के सेवा योगदान की चर्चा करके उनका मनोबल ऊँचा करने और उन्हें विभाग से ससम्मान विदाई देने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन के अधिकारीयों हाथों में सौंपी गयी है।