निष्क्रिय जिला शिक्षा अधिकारी की सुस्त क्रियाप्रणाली ही उनके पदच्यूत का कारण, प्रवक्ता द्वारा किये गये प्रयास को मिली सफलता

कटनी / शिक्षा विभाग में निष्क्रिय और सुस्त क्रियाप्रणली के रूप में चर्चित श्याम सिंह मरावी जिला शिक्षा अधिकारी कटनी को राज्य शासन द्वारा इन्हें प्रमुख्य प्रशासकीय दायित्व से मुक्त कर देने को शिक्षकों ने कटनी जिले के इसे शासन का राहत भरा कदम बताये हैँ। विगत कुछ समय से शिक्षा विभाग में शिक्षकों के लंबित कार्यों को जिस मंथर गति से जिले के शिक्षा कार्यालय द्वारा संचालित किया जा रहा था, उससे शिक्षकों का असंतोष अपने जिले के मुखिआ के प्रति बढ़ता स्वाभाविक था।
जिस आशा उम्मीद का भरोषा लेकर शिक्षकों के नेतृत्वकर्ताओं द्वारा पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी श्री मरावी के कार्यकाल को यादगार बनाने हेतु उनके पदभार ग्रहण करने पर उनका हार्दिक सम्मान किये थे, वह सब अल्प समय में ही सपना साबित हुआ।श्री मरावी के जिला शिक्षाधिकारी बनते ही जिले की शिक्षा और शिक्षकों के परवाह को दरकिनार कर विभागीय कामकाज निपटाने के स्थान पर अपने सेवा निवृत्ति के बचे चंद्र दिन गिनने को ही प्रथम प्राथमिकता में शामिल कर रखे थे।
विगत कुछ दिन पूर्व उनके कार्यकाल में सेवा निवृत्त हुए, अधिकारी -कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संघ के एक जिम्मेदार प्रवक्ता द्वारा उन्हें हटाने के लिये राज्य शासन से निरंतर पत्राचार करते हुए, छोभ व्यक्त किया गया था, कि जिला शिक्षा अधिकारी की कार्यप्रणली पूर्णतः निरंकुश है, वे शिक्षकों के सेवा निवृत्त पर उनके सम्मान समारोह में शामिल होना अपने शान के खिलाफ समझे थे।जिले के मुखिया का जिले के शिक्षकों के प्रति जो संवेदनायें उनमें होनी चाहिए,वह सब उनमें दूर दूर तक नहीं हैँ। अतः उन्हें जिला शिक्षा अधिकारी जैसे पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है। शासन द्वारा प्रांतीय प्रवक्ता के पत्र को गंभीरता से लेते हुए, प्रदेश सरकार द्वारा गत दिवस निष्क्रिय जिला शिक्षा अधिकारी को पदच्युत कर एक नेक और प्रशासनिक छमता से भरे तेजतर्राहट से युक्त सहायक संचालक राजेश अग्रहरी को जिले के शिक्षा विभाग की कमान सौंप कर जिले में गुणात्मक शिक्षा और शिक्षकों के कल्याण की सुखद संकल्पना की गयी है।जिसकी अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा द्वारा सराहना की गयी है।








