
कटनी। पहले कर्तव्य फिर अधिकार के तहत अनवरत 41 वर्षों तक शिक्षा विभाग में अपनी अलग पहचान बनाकर,गत दिवस सेवा निवृत्त हुए, शिक्षक कुंवर मार्तण्ड सिंह राजपूत का सेवा-सम्मान का कार्यक्रम विद्यालय के शिक्षकों, उनके पढ़ायें भूतपूर्व छात्रों, क्षेत्रीय नागरिकों, कर्मचारी संघ के नेताओं द्वारा गरिमामयी तरीके से आयोजित किया गया।वर्तमान में अधिकारी- कर्मचारी संयुक्त मोर्चा संघ में प्रांतीय प्रवक्ता सहित दिव्यांग कल्याण एसोसिएसन की प्रांतीय डोर अपने हाथ में रखकर दिव्यांगों और जरूरतमंद कर्मचारियों की सेवा करने वाले आदर्श शिक्षक श्री राजपूत के सेवा निवृत्त पर जहां एक ओर इस शिक्षक को आगे की नई पारी शुरू करने हेतु शुभकामनाएं देने वालों का ताँत लगा था, वहीं दूसरी ओर संबंधित कर्म क्षेत्र विद्यालय एन.के.जे.में कार्यरत शिक्षकों और विद्यार्थियों में अपने साथी शिक्षक व गुरूजी का विभाग से विदा होना तनिक भी का रास नहीं आ रहा था.लगातार तैंतीस वर्षों तक एक ही विद्यालय में रहकर बच्चों को शिक्षित और संस्कृत करने वाले सेवा निवृत्त शिक्षक के विषय में अपने साथ घटित सहयोगात्मक घटनाओं पर उनके सहयोगीयोंऔर उपनगरीय क्षेत्र के समाज सेवकों द्वारा जमकर तारीफ की गयी.सेवानिवृत्त हो रहे शिक्षक, उनके परिजन और उनके सम्मान में आने वाले आगंतुकों के स्वागत में शाला परिवार द्वारा पूरे विद्यालय को तोरणद्वार निर्माण सहित अनुपम साज सज्जा से दुल्हन की तरह सजाया और संवारा गया था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की भूमिका का निर्वहन बड़वारा क्षेत्र के लोक प्रिय विधायक धीरेन्द्र बहादुर सिंह उर्फ़ र्र्धीफरू भईया तथा अध्यक्षता शिक्षा विकासखंड स्रोत समन्वयक मनोज गौतम ने की। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में संस्थापक अधिकारी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा सरमन तिवारी,अध्यापक संघ के प्रान्ता ध्यक्ष जे.पी. हल्दकार, प्राचार्य बिलहरी विवेक दुबे,अधिक्षक संघ के अखिलेश मेहरा,सुभाष झारिया, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के पूर्णेश उइके, अजाक्स के प्रांतीय सचिव सोहन लाल चौधरी, कटनी डी.एस.पी. अजय बहादुर सिंह,डाइट प्राचार्या श्रीमती मधुमती डुंग डुंग, व्याख्याता राजेन्द्र असाटी, राकेश सिन्नकर, ए.पी.सी.जिला शिक्षा केंद्र अनिल त्रिपाठी, सोबरन सिँह राजपूत,व्ही आर सी कार्यलय प्रमुख श्रीमती आरती डेंगरे,विजयराघवगढ़ बी.ई.ओ. आनन कोरी,देवरी हटहाई प्राचार्या श्रीमती कल्पना मिश्रा, साईट सेवर से भरत पटेल,शिवकुमार प्रमुख्य थे।
कार्यक्रम का संचालन पूर्व प्रधानाध्यापक और वर्तमान प्राचार्य दिलीप प्यासी और आभार प्रदर्शन संस्था प्रमुख श्रीमती कविता जैन द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री राजपूत और उनके परिजनों को फूलमाला, गुलदस्ता, साल श्रीफल, स्मृति चिन्ह, और तरह तरह की आकर्षक सदभावनाओं से ओत प्रोत अभिनंदन पत्र सौंपने वालों में शालेय स्टाप के सभी सदस्य,शालेय विद्यार्थी, मुख्यातिथि, विशिष्ट अतिथि के अलावा उनके चाहने वाले क्षेत्रीय नागरिकों में वार्ड पार्षद आफताब अहमद चोखे भाई जान, रेल्वे के सेवानिवृत्त कर्मचारी डी.के.राय, आर.के. विश्व कर्मा, रामसुचित सिँह, श्री व्ही.आर. गुप्ता, के. के. गुप्ता, शिक्षक प्रमोद मिश्रा,राजेश सिँह,फूलसिंह कोल,श्रीमती हेमलता राइकवार, नीतू दाहिया, रवि सिंह (खिरवा), प्रेमशंकर भारती, ज्ञानचंद्र कोष्ठी, समाज सेवक सुरेंद्र बहादुर सिंह,एस.बी.ठाकुर, हरकेश बहादुर सिंह,सूबेदार जोंटी शर्मा, मनोज गोस्वामी,पार्षद श्रीमती प्रभा गुप्ता, अखिलेश मौर्य, विष्णु कोल, विजय नियाल, गुरु पटेल, विकास मिश्रा, राजकुमार पैगवार, मनोज कुमार वासरकर, जितेंद्र दुबे,अजय पटेल, श्रीमती निधि पटेरिया, मोहना सोनी, रश्मि विश्वकर्मा और अनिल पाण्डेय प्रमुख्य रहे।इस अवसर पर श्री राजपूत की धर्मपत्नी, श्रीमती विद्यावती राजपूत, उनका बेटा शैलेष सिँह, बहू एकता सिँह, अनुज राजेश सिँह, बेटी नीलम सिँह , दामाद शिवसदन सिँह, साला मुकेश सिँह ,भूमि सिंह,भांजा अजय उर्फ़ मुन्ना सिँह, पोता बासु सिंह, नातिन सुदीक्षा सिँह,समधी चेतेन्द्र सिँह औरबड़े समधी सुभाष सिँह की गरमामयी उपस्थिति थी।