रात 2 बजे आया शाहरूख खान का फोन, सुबह CM सरमा बोले कौन है शाहरूख और Pathan, पढ़िए दिलचस्प स्टोरी

रात 2 बजे आया शाहरूख खान का फोन, सुबह CM सरमा बोले कौन है शाहरूख और पठान, पढ़िए दिलचस्प स्टोरी

फ़िल्म पठान Pathan की कहानी जितनी हिट नहीं होगी उससे ज्यादा तो आज असम के सीएम हेमंत बिस्वा सरमा की स्टोरी हिट हुई। रात में शाहरूख खान से फोन पर बात की सुबह बोले कौन है शाहरूख मैं नहीं जानता..

नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री होने के साथ-साथ देश की सबसे बड़ी पार्टी का सबसे प्रमुख चेहरा भी हैं. और जैसा कि बीजेपी दावा करती है, पार्टी में अनुशासन तोड़ने को गंभीरता से लिया जाता है. इसका आशय ये लिया जाता है बीजेपी परिवार में रहना है तो मुखिया के निर्देश की अवहेलना न करें.

‘कौन शाहरुख’ बोलकर पलटे हिमंत

असम की राजधानी गुवाहाटी में बीते शुक्रवार को बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने पठान फिल्म का विरोध किया था. इस बीच शनिवार को जब असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा से फिल्म के विरोध पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा-


कौन शाहरुख खान? मैं उनके बारे में कुछ नहीं जानता और न ही मुझे फिल्म पठान के बारे में कुछ पता है.


इस बयान के 24 घंटे के भीतर ही सरमा का ट्वीट सामने आया, जिसमें उन्होंने स्वीकारा कि उन्हें आधी रात किंग खान का फोन आया था. राजनीतिक जानकार इसके पीछे प्रधानमंत्री मोदी के उस निर्देश को कारण बता रहे हैं, जिसकी चर्चा हमने ऊपर की है.

सीएम सरमा ने अपने ट्वीट में लिखा, बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान ने मुझे रात दो बजे फोन किया और हमने बात की. हमने उन्हें आश्वस्त किया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. हम इसकी जांच करेंगे और सुनिश्चित करेंगे की ऐसी घटनाएं न हो.

नरोत्तम समेत बीजेपी नेता हुए शांत

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर, महाराष्ट्र बीजेपी के नेता राम कदम समेत कई नेताओं ने ‘बेशरम रंग’ गाने में दीपिका पादुकोण के भगवा कपड़ों को लेकर नाराजगी जताई थी और फिल्म पठान का बायकॉट करने की अपील की थी. इन नेताओं के लगातार कई बयान सामने आ रहे थे. लेकिन राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पीएम मोदी के निर्देश के बाद से सारे नेता शांत हो गए हैं.

पीएम मोदी ने दिया था संदेश

दिल्ली में पिछले दिनों बीजेपी की राष्ट्रीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई थी. इसके दूसरे और आखिरी दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पार्टी नेताओं को बड़ी नसीहतें और सुझाव दिए. पीएम मोदी ने हालांकि खुलकर किसी नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन इशारों-इशारों में ही गलत बयानबाजी करने से बचने की सलाह दी.

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