किसी का गम ले सके तो ले उधार जीना इसी का नाम है, Katni सिंधी काउंसिल की महिला विंग ने यूँ किया पूर्वजों को याद

किसी का गम ले सके तो ले उधार जीना इसी का नाम है, सिंधी काउंसिल की महिला विंग ने यूँ किया पूर्वजों को याद

Katni किसी की मुस्कुराहटों पे हो निसार, किसी का गम ले सके तो ले उधार जीना इसी का नाम है… इन्हीं पंक्तियों से प्रेरणा लेकर सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया महिला विंग द्वारा श्राद्ध पक्ष में अपने पितरों को याद करते हुए ‘आनंदम स्थल’ सौगात घर में हर आयु वर्ग के लिए वस्त्र, पुस्तके, दवाइयां, खाद्य सामग्री, जूते चप्पल ,खिलौने एवं दैनिक उपयोग की वस्तुएं भेंट की गई।

संस्था अध्यक्ष श्रीमती नीलम जगवानी के अनुसार जो भी हमारे पास सामान आवश्यकता से अधिक है, वह किसी के काम आ सकता है। किसी जरूरतमंद कि अगर हम किसी भी रूप में सहायता कर सकते हैं, तो यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। सौगात घर की व्यवस्थाएं देखकर सभी सदस्य प्रभावित हुई एवं भविष्य में भी सभी ने अपने सामर्थ्य अनुसार हर संभव सहायता करने के लिए तत्पर रहने का आश्वासन दिया ।

कार्यक्रम में सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष श्री गोविंद सचदेवा के अनुसार आनंदम विभाग द्वारा संचालित यह सौगात घर व्यवस्थित रूप से संचालित होकर जरूरतमंदों के लिए अनुकरणीय पहल है ।समाजसेवी अमर पुरुस्वानी के अनुसार जरूरतमंद को उनकी जरूरत का सामान मिलने से जो संतुष्टि होती है इससे बड़ा पुण्य का काम और कुछ नहीं।

कार्यक्रम में काउंसिल के सदस्यों में मोना पुरस्वानी कला रिझवानी, सपना फोटवानी, इंदु, अनीता खूबचंदानी , कशिश रोहरा, सुमन छत्तानी, विनी गलानी, वंदनाद गेलानी, लता नावानी, कंचन केवलानी, राखीतीर्थनी, गीता, संगीता, वर्षा कविता तनवानी, निशा सचदेव एवं मंजू सिंघानिया की उपस्थिति रही।

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