इमरती पहुंचीं सिंधिया को बधाई देने, दिखा भावुक नजारा

इमरती देवी सरकारी रजिस्टर में किसी भी पद पर नहीं है लेकिन बहुत महत्वपूर्ण है। 

ग्वालियर। ज्योतिरादित्य सिंधिया राजनीति के मंझे हुए खिलाड़ी है। इमरती देवी को कैबिनेट मंत्री का दर्जा नहीं दिलवा पाए तो खुद केंद्रीय मंत्री बनने के तत्काल बात कुछ ऐसा किया जिसके कारण पूरे ग्वालियर अंचल में मैसेज क्लियर हो जाए कि इमरती देवी सरकारी रजिस्टर में किसी भी पद पर नहीं है लेकिन बहुत महत्वपूर्ण है।

यह माधवराव सिंधिया की अदा है

राजनीति में महाराजा कैसा होता है यदि जानना चाहते हैं तो उन किस्सों को सुनिए जो कहीं लिखे नहीं गए लेकिन आज भी सुनाए जाते हैं। इमरजेंसी के बाद माधवराव सिंधिया जब राजनीति में रुचि लेने लगे तब लोग उनके शब्दों से ज्यादा उनकी आंखों और हाथों के इशारों पर ध्यान देते थे। वह जिस का स्वागत स्वीकार करते हुए आशीर्वाद देते थे। प्रशासनिक अधिकारी उसकी सारी मनोकामनाएं पूरी कर देते थे। किसी तरह की नोटशीट की जरूरत नहीं होती थी।

इमरती देवी को ऑक्सीजन मिल गई

ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा इमरती देवी की बधाइयों को इस प्रकार से स्वीकार करना, इमरती देवी के राजनीतिक जीवन के लिए काफी महत्वपूर्ण है। जैसे उन्हें ऑक्सीजन मिल गई है। कांग्रेस पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में आने के बाद इमरती देवी का मंत्रालय तक नहीं बदला था, लेकिन डबरा विधानसभा सीट से चुनाव हारने के बाद हालात काफी बदल गए। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने काफी प्रयास किया कि उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा मिल जाए, लेकिन संभव नहीं हो सका। इमरती देवी के समर्थक मायूस हो चले थे लेकिन अब डबरा की कुछ गलियों में उत्साह दिखाई देगा।
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