कटनी। स्वामी विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय स्लीमनाबाद आत्मनिर्भर स्वावलंबी एवं स्वरोजगार स्थापित करने के लिए व्यावसायिक शिक्षा के अंतर्गत विद्यार्थियों को प्राचार्या डॉ सरिता पांडे के मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण समन्वयक डॉ प्रीति नेगी के सहयोग से जैविक कृषि विशेषज्ञ रामसुख दुबे द्वारा जैविक खेती का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण के क्रम में कीट एवं रोग नियंत्रण के लिए एकीकृत नाशी जीव प्रबंधन के अंतर्गत के शस य क्रियाओं के अंतर्गत खेतों की ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई मेढ़ों की साफ सफाई एवं फसल अवशेष नष्ट करना। प्रतिरोधी जातियों का चयन। बुवाई के समय तथा बोने की दूरी में परिवर्तन। अंतरवर्तीय फसल पद्धति। बीजोपचार। खरपतवार नियंत्रण। प्रपंची फसल। पोषक तत्व प्रबंधन एवं जल प्रबंधन तथा यांत्रिक विधियों के द्वारा कीट नियंत्रण के लिए चिपचिपा बोर्ड। फेरोमेन ट्रैप। प्रकाश प्रपंच। जैविक विधियों के अंतर्गत परजीवी ।परभक्षी।
रोगाणु आदि विधियों से कीट एवं रोग नियंत्रण का तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया। बाड़ लगाने से फसलों की जंगली एवं पालतू पशुओं से सुरक्षा हेतु खेत के चारों तरफ बाड़ लगाना आवश्यक है।
इसके अंतर्गत पौधों की बाड़ लगाना। सूखी एवं हरी कटीली झाड़ियां। कटीले तार। जालीदार तार। खाई बनाकर सुरक्षा। खखड़ी एवं पक्की बाड़ लगाना। विद्युत तार की बाड़ इसके संपर्क में आने पर पशुओं को हल्का झटका लगने से पशु खेत में नहीं आते जिससे फसल की सुरक्षा होती है। फसल सुरक्षा के लिए बाड़ लगाने का तकनीकी प्रशिक्षण दिया गया।