NLIU BHOPAL के प्रोफेसर डांस का वीडियाे व फोटो मांगकर फायदा उठाते थे, सुंदर लड़कियों को देते थे अधिक अंक: शिकायत

प्रोफेसर डांस का वीडियाे व फोटो मांगकर फायदा उठाते थे, सुंदर लड़कियों को देते थे अधिक अंक

NLIU BHOPAL छात्राओं ने यौन शोषण के आरोप में प्रोफेसर राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय (NLIU BHOPAL) के प्रोफेसरत पन रंजन मोहंती के खिलाफ गुरुवार को रात में महिला थाना में केस दर्ज कर लिया गया है। दो छात्राओं ने प्रोफेसर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संज्ञान लिया था।

राष्ट्रीय विधि संस्थान विश्वविद्यालय (NLIU BHOPAL) के विद्यार्थियों ने प्रोफेसर तपन रंजन मोहंती के खिलाफ जितने सबूत जुटाए हैं, उसे कुलपति को सौंप दिए हैं। विद्यार्थियों ने बताया कि छात्राओं को सुंदरता के हिसाब से अंक देते थे। एनएलआइयू में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का अथीना सेल बना था। इसके इंचार्ज प्रो. मोहंती थे। इसका फायदा वे खूब उठाते थे। वे छात्राओं से कहते थे कि तुम लोग मुझे गाने व डांस के वीडियो बनाकर भेजो तो तुम्हारा सिलेक्शन तय है।

प्रो. मोहंती के खिलाफ जितने भी सबूत हैं, उसे विद्यार्थियों ने कुलपति को सौंप दिए हैं। कुलपति ने सोमवार को बुलाया है। स्टूडेंट्स बार एसोसिएशन के विद्यार्थियों ने कहा कि छात्राओं को प्रोफेसर के प्रति मन में इतना डर व्याप्त है कि वे सामने आने के लिए तैयार नहीं थीं। उनकी सात से आठ दिन तक काउंसिलिंग करने के बाद भी उनके मन से डर कम नहीं हुआ है।

विद्यार्थियों का कहना है कि 23 साल से प्रोफेसर मोहंती यहां पदस्थ हैं। ऐसे में उनके खिलाफ जाना आसान नहीं है। उन्होंने पहले ही एसोसिएशन के कुछ विद्यार्थियों के खिलाफ जान से मारने की धमकी देने की शिकायत रातीबड़ थाने में की है। कुछ छात्रों का कहना है कि छात्राओं को अकेले में बुलाते थे और उनकी सुंदरता के हिसाब से अंक देते थे।

हम लोगों में बहुत ही निराशा होती थी। छात्रों से वे महंगे उपहार लेकर उन्हें अंक देते थे। उनकी कक्षा में सबसे कम छात्राएं पढ़ना पसंद करती थीं। विद्यार्थियों ने कहा कि विवि की 100 से अधिक छात्राओं ने प्रो. मोहंती के खिलाफ यौन शोषण की शिकायत की है, लेकिन उनके मन में प्रोफेसर से इतना डर है कि वे सामने आना नहीं चाहती हैं। मामले में विवि के कुलपति वीरभद्र विजय कुमार का कहना है कि विद्यार्थियों ने सबूत दिए हैं। अब मामला पुलिस थाना तक पहुंच गया है तो विवि प्रशासन इसमें कुछ नहीं कर सकता है। हालांकि विद्यार्थियों द्वारा भेजे गए प्रोफेसर के खिलाफ सबूत को देखकर सोमवार को बैठक करेंगे।

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