MP के 2 रिटायर्ड IAS अधिकारी जमीन के टुकड़े के लिये भिड़े, मामला पहुंचा थाने

MP के 2 रिटायर्ड आईएएस अधिकारी जमीन के टुकड़े के लिये भिड़े, मामला पहुंचा थाने

Bhopal । जमीन आम व्यक्ति ही नहीं 2 रिटायर्ड आईएएस के भी विवाद की वजह बन गई है। MP प्रदेश कैडर के रिटायर्ड आईएएस अधिकारियों बीआर नायडु और सभाजीत यादव जमीन के एक टुकड़े को लेकर भिड़ गए हैं। नायडु की आईपीएस अफसर बेटी निवेदिता भी इस मामले में उलझ गई हैं क्योंकि उनके रिटायर्ड एसीएस पिता नायडु के साथ सभाजीत यादव के परिवार ने उन पर निर्मित मकान को तोड़ने का आरोप लगाया है। मामला पुलिस  थाने से लेकर प्रभारी मंत्री और पुलिस के आला अधिकारियों तक पहुंच गया है।

भारतीय प्रशासनिक सेवा के दो रिटायर्ड अधिकारी बीआर नायडु और सभाजीत यादव के परिवार द्वारा भोपाल के ग्रामीण क्षेत्र रातीबड़ के पास स्थित सेवनिया गौड की अपनी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायतें की गई हैं। इसमें नायडु की आईपीएस अधिकारी बेटी निवेदिता भी आरोपों के घेरे में आ गई हैं। वे इस समय 25वीं बटालियन की कमाडेंट हैं। उन पर सभाजीत यादव के परिवार ने अपने पद का प्रभाव का इस्तेमाल कर मकान में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है।

जमीन का टुकड़ा बना विवाद
सभाजीत यादव की पत्नी शोभना यादव ने पुलिस को जो शिकायत की है, उसमें कहा है कि उन्होंने अपनी जमीन पर सर्वेंट क्वार्टर और कुछ निर्माण किया था जिसका कुछ हिस्सा नायडु की जमीन पर बताया था। मगर यह भी कहा है कि उसका वे पैसा नायडु को चुकी हैं। शोभना यादव ने शिकायत में विवाद के पहले के दोनों परिवार के मधुर रिश्तो का हवाला देते हुए बताया कि नायडु की बेटी निवेदिता ने भोपाल में एडिशनल एसपी की पदस्थापना के दौरान उनसे पांच लाख रुपए लिए थे। सर्वेंट क्वार्टर की जमीन को अपने हिस्से की जमीन पर बताया था। यादव ने कहा कि अच्छे रिश्ते की वजह से तब दोनों परिवार के बीच 1000 रुपए वर्गफीट के हिसाब से राशि देने पर सहमति बनी थी। पांच लाख निवेदिता ने उसमें समायोजित करा लिए और ज्योति नायडु को अलग से 9.75 लाख अलग से दिए थे।

नायडु ने सभाजीत को झूठेला बताया
एसीएस से रिटायर हुए नायडु ने पुलिस में शिकायत में सभाजीत यादव को झूठ बोलने वाला और छल-कपटी बताया। साथ ही कहा कि वे झगड़ालू प्रवृत्ति के हैं और सेवाकाल के दौरान वे उनके अधीनस्थ रहे हैं। इसलिए उनके व्यवहार को जानते हैं। उन्होंने सेवनिया गौड की अपनी जमीन पर उनके द्वारा कब्जा कर लिए जाने की शिकायत की है और पुलिस से सुरक्षा की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे अपनी जमीन पर निर्माण करना चाहते हैं तो सुरक्षा प्रदान की जाए।

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