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रूसी एटमी अलर्ट से दुनिया मे चिंता, यूक्रेन से बातचीत बेनतीजा, कीव में भयंकर हमला शुरू, PM मोदी ने भी बुलाई आपात बैठक

रूस के द्वारा एटमबम तैयारी का अलर्ट जारी करने के बाद दुनियाभर में चिंता बढ़ गई है।

Russia-Ukraine War रूस के द्वारा एटमबम तैयारी का अलर्ट जारी करने के बाद दुनियाभर में चिंता बढ़ गई है। यूक्रेन में रुसी सेना का हमला तेज हो गया है। ताजा जानकारी के मुताबिक खारकीव में रुसी मिसाइल के हमले में 11 नागरिकों की मौत हो गई। खारकीव के क्षेत्रीय गवर्नर ने ये जानकारी दी है। इससे पहले रुस और यूक्रेन के प्रतिनिधियों के बीच बेलारूस की सीमा पर अहम बैठक हुई। इस बैठक में यूक्रेन ने रशिया के सामने बड़ी मांग रखते हुए कहा कि सबसे पहले रूस, यूक्रेन से अपनी सेना को वापस बुलाए। साथ ही ये भी मांग रखी गई कि रूस क्रीमिया और डोनबास से भी अपनी सेनाओं को वापस बुलाए।

चार वरिष्ठ मंत्रियों की यात्रा निकासी प्रयासों को सक्रिय करेगी

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने आज भी एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में मौजूदा हालात के विभिन्‍न पहलुओं पर मंथन किया गया। इस बैठक में आला अधिकारी शामिल हुए। विदेश मंत्रालय के स्पोक्स अरिंदम बागची ने एक बयान में आगे बताया प्रधान मंत्री ने कहा कि विभिन्न देशों में उनके विशेष दूतों के रूप में चार वरिष्ठ मंत्रियों की यात्रा निकासी प्रयासों को सक्रिय करेगी। यह इस बात को दर्शाता है कि सरकार इस मामले को कितनी प्राथमिकता देती है। प्रधान मंत्री ने कहा कि यूक्रेन की सीमाओं पर मानवीय स्थिति से निपटने के लिए यूक्रेन को राहत आपूर्ति की पहली खेप कल भेजी जाएगी। दुनिया के एक परिवार होने के भारत के आदर्श वाक्य से प्रेरित होकर, पीएम मोदी ने कहा कि भारत पड़ोसी देशों और विकासशील देशों के लोगों की मदद करेगा जो यूक्रेन में फंसे हुए हैं और सहायता मांग सकते हैं।

यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. इस बीच यूक्रेन में ओखतिर्का के मेयर ने चौंका देने वाला दावा किया है. उन्होंने रूस पर वैक्यूम बम दागने का आरोप लगाया है. वैक्यूम बम न्यूक्लियर बम के बाद सबसे ज्यादा खतरनाक होता है. इसे रूस ने इसे फादर ऑफ ऑल बम (Father of All Bomb) का भी नाम दिया है.

दुनिया का सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु बम

बता दें कि सैन्य कार्रवाई शुरू करने वाले रूस के पास सभी बमों का ‘बाप’ है. ‘फादर ऑफ ऑल बम’ दुनिया का सबसे शक्तिशाली गैर-परमाणु बम है. अगर आप फादर ऑफ ऑल बम के बारे में नहीं जानते हैं, तो आपको बता दें कि यह सभी बमों से बढ़कर.. बेहद खतरनाक है.

44 टन से अधिक टीएनटी के बराबर विस्फोट

रूस के पास जो बम है वह थर्मोबैरिक बम है. यह कई नामों से आता है. एरोसोल बम.. वैक्यूम बम या ईंधन-हवा विस्फोटक. यह एक सुपर-शक्तिशाली गैर-परमाणु बम है जिसमें 44 टन से अधिक टीएनटी के बराबर विस्फोट होता है.

300 मीटर के दायरे में नुकसान पहुंचा सकता है

फादर ऑफ ऑल बम 300 मीटर के दायरे में नुकसान पहुंचा सकता है. यह विनाशकारी हथियार एक जेट से गिराया जाता है और इससे हवा के मध्य में विस्फोट होता है. यह हवा से ऑक्सीजन को बाहर खींचता है और एक छोटे परमाणु हथियार के समान असर पैदा करता है.

वातावरण में मौजूद ऑक्सीजन को बना देता है विस्फोटक

Vacuum Bomb रूस द्वारा विकसित एक नयी संकल्पना पर आधारित विस्फोटक हथियार है. यह शक्तिशाली बम परमाणु हथियारों के विपरीत पर्यावरण के लिए कोई खतरा पैदा नहीं करता. यह बम वातावरण में मौजूद हवा को ही विस्फोटक ईंधन के तौर पर इस्तेमाल कर सकता है.

वैक्यूम बम की शक्ति परमाणु हथियारों के बराबर!

इसे विमान से गिराने के साथ जमीन से भी छोड़ा जा सकता है. एक निर्धारित ऊंचाई तक ले जाने के बाद इस बम के ईंधन को बादलों पर आक्सीजन के साथ मिश्रित कर फैला दिया जाता है. इसके बाद इन बादलों में विस्फोट कराते ही इसके संपर्क में आने वाली चीजें या इमारतें नेस्तनाबूद हो जाती है. हवा में विस्फोट किए जाने वाले इस वैक्यूम बम की शक्ति परमाणु हथियारों के बराबर बतायी जा रही है. इसमें नैनोटेक्नालोजी इस्तेमाल की गयी है. इसके धमाके से रेडिएशन का खतरा नहीं होता है.

क्रीमिया के मुद्दे पर रुस से किसी समझौते की संभावना नहीं

रुस किसी भी सूरत में यूक्रेन की मांग को माननेवाला नहीं है। खास तौर पर क्रीमिया के मुद्दे पर रुस से किसी समझौते की संभावना नहीं है। रुस ने 2014 में इसे अपने कब्जे में ले लिया था। अभी ये साफ नहीं हुआ है कि बदले में रुस ने यूक्रेन के सामने क्या मांगें रखी और उस पर यूक्रेन का क्या रुख है। आपको बता दें कि ये सारा विवाद इसीलिए खड़ा हुआ क्योंकि यूक्रेन ने रुस की मर्जी के खिलाफ नॉटो में शामिल होने को सहमति दे दी है। अगर यूक्रेन ऐसा नहीं करने का वादा करे, तो युद्ध फौरन समाप्त हो सकता है।

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