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कोरोना से मौत होने पर अपने कर्मचारियों के सभी लोन माफ कर रहा है IDFC FIRST Bank, परिवार को 2 साल तक दे रहा सैलरी

कोरोना से मौत होने पर अपने कर्मचारियों के सभी लोन माफ कर रहा है यह बैंक, परिवार को 2 साल तक दे रहा सैलरी

कोरोनाकाल में अपने कर्मचारियों को राहत देने के लिए IDFC FIRST Bank ने कई अहम घोषणाएं की है। बैंक ने कहा है कि कोरोना से किसी कर्मचारी की मौत होने पर उसके परिवार को उसकी सालाना सैलरी को चार गुना करके दिया जाएगा। इसके अलावा अगले दो सालों तक परिवार को पूरी सैलरी भी मिलती रहेगी। बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर वी वैद्यनाथन ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैंक के ज्यादातर कर्मचारी जवान हैं। अगर किसी की मौत हो जाती है तो परिवार सदमे में चला जाता है। ऐसे में उनकी मदद के लिए हमने कुछ अहम फैसले लिए हैं। बैंक ने इसके अलावा अपने एंप्लॉयी का होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन, बाइक लोन, एजुकेशन लोन समेत हर तरह का लोन माफ करने का भी फैसला किया है।” वैद्यनाथन का कहना है कि वो एंप्लॉयर की तौर पर अपने कर्मचारियों की मदद करना चाहते हैं। उनका लोन माफ कर देने से उनके परिवार का बोझ घट जाएगा।

बैंक की तरफ से बताया गया है कि फिलहाल यह पता किया जा रहा कि IDFC First Bank के कितने कर्मचारी कोरोनाकाल में ऐसी स्थिति से गुजरे हैं। इन कर्मचारियों को पूरा लाभ दिया जाएगा। बैंक के मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि अगर किसी एंप्लॉयी ने बैंक से लोन लिया है तो उसका सारा लोन माफ होगा। 30 जून तक कर्मचारियों का लोन माफ कर दिया जाएगा।

होम लोन में 25 लाख की छूट

बैंक ने कहा है कि अगर उसके किसी कर्मचारी ने होम लोन लिया था और कोरोनाकाल में उसकी मौत हुई है तो उसके परिवार को 25 लाख तक की छूट दी जाएगी। इसका मतलब है कि 25 लाख या उससे कम का होम लोन पूरी तरह माफ कर दिया जाएगा। वहीं 25 लाख से ज्यादा का लोन होने पर उससे 25 लाख रुपए माफ होंगे और बाकी की रकम कर्मचारी के परिवार को चुकानी होगी। इन परिवारों को EMI में बाकी का लोन चुकाने का विकल्प भी मिलेगा। ऐसे में अगर किसी कर्मचारी की मौत होती है तो उसके परिवार वालों को अगले 2 साल तक सैलरी मिलेगी और इस पैसे से वो अपनी EMI कटवा सकते हैं।

पत्नी की पढ़ाई के लिए 2 लाख रुपये और नौकरी भी

वी वैद्यनाथन ने बताया कि कोरोना काल में बैंक के करीब 20 कर्मचारियों की मौत हुई है। बैंक उनके परिवार से संपर्क करके उन्हें पूरा लाभ देने की कोशिश कर रहा है। अगर किसी कर्मचारी की पत्नी नौकरी करना चाहती है तो उसे नौकरी भी दी जाएगी। अगर वह नौकरी के काबिल नहीं हुई तो उसको स्किल डेवलेपमेंट के लिए 2 लाख रुपये अलग से दिए जाएंगे।

बच्चों की पढ़ाई के लिए हर महीने मिलेंगे 10 हजार रुपये

बैंक ने ‘Employee Covid Care Scheme 2021’ की भी घोषणा की है। इसके तहत एंप्लॉयी की मौत होने पर अंतिम संस्कार के लिए 30 हजार रुपए मिलेंगे और 2 बच्चों को ग्रैजुएशन तक की पढ़ाई के लिए हर महीने 10 हजार रुपए भी दिए जाएंगे। कर्मचारी की मौत के बाद अगर उसका परिवार दूसरी जगह जाकर रहना चाहता है तो उसके परिवार को 50 हजार रुपये अलग से दिए जाएंगे। साथ ही कर्मचारी ने जितने दिन के लिए काम किया उतने दिन का बोनस भी मिलेगा।

अपने ग्राहकों के लिए भी उठाया कदम

बैंक ने घर घर राशन प्रोग्राम का भी ऐलान किया है। इस प्रोग्राम के तहत 50,000 से कम इनकम वाले ग्राहक, जिनकी आजीविका कोरोना वायरस से प्रभावित हुई है उन्हें राशन किट की सप्लाई की जाएगी। इस किट में एक महीने का राशन होगा। इसमें 10 किलो चावल/आटा, 2 किलो दाल, 1 किलो चीनी और नमक, 1 किलो खाना पकाने का तेल, मसालों के 5 पैकेट, चाय और बिस्कुट और अन्य आवश्यक चीजें शामिल हैं, जो एक छोटे से परिवार के जरूरी है। गांव में बैंक कर्मचारी खुद राशन किट वितरित कर रहे हैं। शहरों में कर्मचारी के परिवार को 1,800 रुपए का प्री-पेड कार्ड्स दिए जा रहे हैं, जिससे राशन खरीदा जा सकता है। इस प्रोग्राम के जरिए महाराष्ट्र, राजस्थान और हरियाणा में 1000 राशन किट वितरित हो चुकी हैं। बैंक के कर्मचारियों ने इसके लिए एक दिन से लेकर एक महीने का वेतन दान किया था।

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