Indore जब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर खुद उठाकर ले आए अपनी कुर्सी
Indore जब केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर खुद उठाकर ले आए अपनी कुर्सी
indore प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपने आचरण से सबको प्रभावित किया। एक कार्यक्रम के दौरान वे स्वयं एक कुर्सी उठाकर लाए और उस पर बैठ गए।
पत्रकारों से चर्चा करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि पूरे विश्व में मंदी की आहट है, लेकिन हम आपदा में अवसर देख रहे हैं। पूरा विश्व भारत की तरफ देख रहा है। युवाओं के सहारे हम नया स्थान प्राप्त करेंगे। भारत का भविष्य एबीसी है, जिसमें ए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बी ब्लाक चेन और सी क्लाउड कंप्यूटिंग को दर्शाता है। हम प्रवासी भारतीय सम्मेलन के माध्यम से विदेश में रहने वाले युवाओं से कहते हैं- आपके पास तकनीक है, हमारे पास मानव बल है। आइए इसके माध्यम से एक साथ आगे बढ़ते हैं।
केंद्रीय युवा मामले और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर का। रविवार को इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन के दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए ठाकुर ने कहा- दुनिया अब भारत को देख रही है, क्योंकि हम सात अरब से अधिक यूपीआइ लेनदेन के साथ फिनटेक में वैश्विक नेता के रूप में उभरे हैं। यानी पिछले महीने 12.82 लाख करोड़ रुपये से अधिक का आनलाइन लेनदेन किया गया था। उन्होंने कहा कि भारत में 80 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन हो गए हैं।
केंद्रीय मंत्री ठाकुर ने 1997 में अपनी शिकागो यात्रा की एक घटना भी साझा की। उन्होंने कहा, मैंने वहां एक अखबार उठाया और उसमें लिखा था कि सपेरों और भिखारियों का देश भारत अपना 50वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। लेकिन उसके दो साल बाद ही भारत ने पोखरण में परमाणु परीक्षण कर अपनी क्षमता दिखा दी थी। इसके बाद से भारत बदल गया है। अब, चीजें बदल रही हैं और दुनिया ने भारत की ओर एक अलग तरह से देखना शुरू कर दिया है।
हम देश के गौरवशाली इतिहास को संजो रहे हैं
एक सवाल के जवाब में ठाकुर ने कहा कि बीते 17 साल से प्रवासी भारतीयों के लिए इस तरह के आयोजन हो रहे हैं। उनके लिए पोर्टल लांच किए गए हैं। हम उनके साथ मिलकर आगे बढ़ने की दिशा में काम कर रहे हैं। केंद्रीय मंत्री ने अगले 25 वर्षों के लिए देश की तैयारियों के बारे में भी बात की और कहा कि उन्होंने अंतरिक्ष और प्रौद्योगिकी व रक्षा क्षेत्र में कई आयाम खोले हैं। हम विकसित भारत होने के साथ-साथ अपने देश के गौरवशाली इतिहास को सुरक्षित और संजो रहे हैं। महाकाल लोक एक उदाहरण है, जबकि काशी विश्वनाथ धाम, सोमनाथ और केदारनाथ अन्य हैं। अगले साल अयोध्या धाम भी बनकर तैयार हो जाएगा।