‘मैं बोलूंगा तो’ ऐप दे रही मूक-बधिरों को जुबान

'मैं बोलूंगा तो' ऐप दे रही मूक-बधिरों को जुबान खंडवा। मूक-बधिरों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए शिक्षक संदीप खरे ने ‘मैं बोलूंगा तो” एप बनाई है। इसकी मदद से एक क्लिक पर मूक-बधिर या बीमारी की वजह से बोल न पाने वाले मरीज भी आसानी से अपनी बात पहुंचा सकते हैं। एप में 8 कैटेगरी में 500 से अधिक वाक्य शामिल किए हैं। इनमें खाने-पीने, बाजार से घरेलू उपयोग के सामान की खरीदी, किसी वस्तु की जरूरत या शिकायत करने जैसे वाक्य हैं। मूकबधिर आश्रम में बालिका को इशारों में बातें करते देख शिक्षक को ऐप बनाने का विचार आया। एक माह में 100 से अधिक लोग इसे डाउनलोड कर चुके हैं।
जिले के खालवा विकासखंड के चाकरा मिडिल स्कूल में सहायक अध्यापक संदीप द्वारा तैयार एप ‘मैं बोलूंगा तो” 1एमबी साइज की है।डाउनलोड करने पर यह यूजर के पुरुष या महिला होने के मुताबिक संवादकरता है। संवाद के लिए वाक्यों को आठ कैटेगरी में बांटा गया है। इसमें आदेश वाले वाक्य, सामान्य वाक्य,दुष्कर्म पीड़ित, बाजार से संबंधित, मरीजों के लिए, विद्यार्थी और विनती वाले वाक्यों को रखा गया है। प्ले स्टोर से एप निशुल्क डायनलोड की जा सकती है।
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