दुनिया मे कोरोना की फिर दस्तक के साथ भोपाल में बीमार बच्चों से भरे अस्पताल, लोगों में चिंता

दुनिया मे कोरोना की फिर दस्तक के साथ भोपाल में बीमार बच्चों से भरे अस्पताल, लोगों में चिंता

भोपाल। दुनियाभर में कोरोना की फिर से दस्तक की खबरों के साथ मध्यप्रदेश में मौसम बदलते बच्चों के बीमार पड़ने से लोगों में चिंता है। आपको बता दें कि बच्चों को कोविड टीका भी नहीं लगे हैं ऐसे में उनकी सुरक्षा को लेकर चिंता स्वाभाविक है। एमपी की राजधानी भोपाल में सर्वाधिक मौसमी बुखार, फ्लू, सर्दी, मलेरिया इत्यादि से पीड़ित बच्चे अस्पताल पहुंच रहे हैं। 

 

फेस्टिवल सीजन में निश्चित रूप से चिंता का विषय है। बच्चे बड़ी संख्या में बीमार हो रहे हैं। वायरल फीवर और निमोनिया से पीड़ित 470 बच्चे समाचार लिखे जाने की स्थिति में अस्पतालों में भर्ती थे। भोपाल में कुल 27 चिल्ड्रन हॉस्पिटल हैं और सभी हॉस्पिटल लगभग फुल हो गए हैं।

राजधानी भोपाल के 2 सबसे बड़े सरकारी अस्पतालों में बच्चों के लिए आरक्षित बिस्तर फुल हो गए हैं। हमीदिया हॉस्पिटल में बच्चों के लिए 928 बेड आरक्षित हैं। सभी फुल हो गए हैं। यहां 60 एक्स्ट्रा बेड लगाए गए हैं। हमीदिया अस्पताल में भोपाल के अलावा आसपास के जिलों के भी बच्चे भर्ती हैं। भोपाल के सरकारी जिला चिकित्सालय जेपी हॉस्पिटल में बच्चों के लिए 350 बिस्तर आरक्षित हैं जिनमें से 315 पर बच्चे भर्ती हैं।
डॉक्टर से हमेशा कहते हैं और सरकार द्वारा जारी एडवाइजरी में भी बताया गया है कि अपने आसपास के इलाकों में जमा पानी को या तो खत्म कर दें या फिर उसमें दवाई का छिड़काव करके मच्छरों के प्रजनन की प्रक्रिया को राकें। बच्चों को मच्छरों से बचाएं। यदि वह बाहर खेलने जाते हैं तो मच्छरों से सुरक्षित करने वाली दवा का इस्तेमाल करें। इन दिनों में बच्चों को बासी भोजन ना करने दें। जहां तक संभव हो सामान्य भोजन कराएं, फास्ट फूड अवॉइड करें।
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