एसी कोच से गिरे युवक को लेने एक किमी वापस गई ट्रेन,

भोपाल की ओर आ रही दक्षिण एक्सप्रेस (02721) शनिवार को अचानक वापस दौड़ने लगी।

Bhopal accident News: भोपाल, भोपाल की ओर आ रही दक्षिण एक्सप्रेस (02721) शनिवार को अचानक वापस दौड़ने लगी। यह ट्रेन इटारसी से आ रही थी, जो वापस इटारसी की तरफ ही दौड़ने लगी। ट्रेन में बैठे यात्री यह देख घबरा गए। हंगामा करने लगे। जब तक कुछ पता चलता, तब तक ट्रेन एक किमी चलकर रुक गई। देखा तो एक युवक रेलवे ट्रैक के किनारे तड़प रहा था। रेलकर्मी व रिश्तेदार उसकी तरफ दौड़े और उसे उठाने लगे। तब जाकर यात्रियों को पता चला कि ट्रेन जख्मी यात्री को लेने वापस आई है। यह यात्री दक्षिण एक्सप्रेस से ही गिरा था, जिसे ट्रेन में लिटाकर हबीबगंज स्टेशन तक लाया गया, फिर रेलवे व जीआरपी की मदद से जेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन शनिवार शाम को उसकी मौत हो गई है। घटना औबेदुल्लागंज के नजदीक ईटाया कलां के पास दोपहर 3.35 बजे हुई। मृतक का नाम गनपत है। वह नांदेड़ से गुना जा रहा था।

प्रत्यक्षदर्शी यात्रियों ने बताया कि युवक गनपत ट्रेन के ए-1 कोच में था। वह काफी देर से गेट के आसपास घूम रहा था। उसके साथियों ने उसे समझाया था कि गेट के पास खड़े मत रहो। वह दो बार गेट से हट भी गया था। तीसरी बार फिर गेट पर जाकर खड़ा हो गया। तब ट्रेन करीब 50 किमी प्रतिघंटा की गति से दौड़ रही थी। तभी वह गिर गया।

रिश्तेदारों ने जंजीर खींचकर रोकी ट्रेन

 

 

युवक के साथ उसके रिश्तेदार व परिचित भी सफर कर रहे थे, जिन्होंने उसे ट्रेन से गिरते हुए देखा तो घबरा गए। कुछ समय बचाओ-बचाओ की आवाज करते रहे, फिर जंजीर खींच दी। तब तक ट्रेन एक किमी आगे निकल चुकी थी, जहां से वापस चलाना पड़ा।

 

गार्ड, लोको पायलट ने दिखाई संवेदनशीलता

 

ट्रेन आगे बढ़ी तो ट्रेक के किनारे तड़प रहे युवक को गार्ड ने देख लिया था। तब तक ट्रेन की जंजीर भी खींच दी गई थी। यह संदेश गार्ड ने तुरंत लोको पायलट को दिया। दोनों ने तुरंत निर्णय लेते हुए ट्रेन को वापस चलाने का निर्णय लिया।
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